आज के दिन मेरे लिए काफी भावुक एवं इस जीवन की संघर्ष में महत्पूर्ण हिस्सा का है आज के दिन हम मात्र 16वर्ष की उम्र में घर की बड़े बेटे होने के कारण अपन
आज के दिन मेरे लिए काफी भावुक एवं इस जीवन की संघर्ष में महत्पूर्ण हिस्सा का है आज के दिन हम मात्र 30 वर्ष की उम्र में घर की बड़े बेटे होने के कारण अपनी जिम्मेदारी निभाने एवं समाज में शिक्षा की ज्योत जलाना हेतु संकल्प लिया था शुरुआती दौर संघर्ष से भरा रहा लेकिन 2साल तक सफर काफी सुखद रहा परस्थिति बस लगातार आर्थिक तंगी एवं अपनो के ही द्वारा की गई साजिश के कारण मेरे व्यक्तिगत जीवन एवं व्यवसाय जीवन में एक बड़ा उतार चढ़ाव देखने को मिला परस्थिति बस एक झटके में ही मेरा सारा सपना टूट कर बिखर गया और जिन्दगी ने उस मोर पे लाके खड़ा करदी कि चाहकर भी मैं कुछ नहीं कर पाया खैर कोई बात नहीं लोगो ने मुझे धक्का दिया इसलिए की ये डूब जाएगा कम्बबखत परस्थिति ने मुझे तैरना सिखा दिया उस छोटी सी मासूम उम्र में कुछ अपनी गलतियां कुछ अपनों के द्वारा किया गया छल एवं तमाम परस्थिति को झेलते हुए आज अपने आप भी गर्व महसूस होता है कि ईश्वर ने इस छोटी सी उम्र बहुत कुछ करने का अवसर दिया आगे भी जरूर करेंगे शायद जितना लिखूं अपने उस समय की कहानी उतना शब्द कम पर जाएगी बस दुनिया पे नहीं खुद पे भरोसा है कि एक दिन अपनी सारी विरासत को वापसी करूंगा जिसको मैने खोया है बस यही उम्मीद से संघर्ष जारी है और संघर्ष तब तक जारी रहेगी जब तक अपनी खोई हुई विरासत को वापस ना करलू