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1 जनवरी से सरकारी अस्पतालों में ऑनलाइन बनेगी पोस्टमार्टम रिपोर्ट, छेड़छाड़ की आशंका कम होगी झालावाड़

झालावाड़ l 1जनवरी 2026 से जिले के सरकारी अस्पतालों में पोस्टमार्टम रिपोर्ट ऑनलाइन ही बनेगी। इसके लिए ऑनलाइन रिपोर्ट के एक ऑपरेटर एवं कंप्यूटर की अस्पताल में अलग से व्यवस्था कर दी गई है। अब रिपोर्ट हाथ से नहीं लिखी जाएगी।
जिले में भी यह रिपोर्ट अब कम्प्यूटर पर तैयार होकर ऑनलाइन अपलोड होगी। इससे रिपोर्ट में छेड़छाड़ की संभावना खत्म हो जाएगी। सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि इस बारे में सभी चिकित्सा संस्थानों को निर्देश दिए जा चुके है। बता दें कि पहले पीएमआर, एमएलआर व एफएसएल रिपोर्ट हाथ से लिखी जा रही थी। हर साल जिले में 500 से ज्यादा पोस्टमार्टम होते हैं। जिले में तीन नेशनल हाइवे गुजरते हैं। आए-दिन कई हादसे होते हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ऑनलाइन बनने से अस्पष्टता व छेड़छाड़ की संभावना नहीं रहेगी।
एक्सप्लेनर- जिला अस्पताल में बन चुका है ई-कोर्ट वीसी रूम, फायदा- एविडेंस आसान होगी समय बचेगा जिला अस्पताल में अब मेडिकोलीगल केसेज की रिपोर्ट पोर्टल पर ऑनलाइन होगी। इससे कोर्ट केसों में मेडिकल इंजरी रिपोर्ट की प्रक्रिया आसान होगी। जिला अस्पताल में वीसी रूम बन चुका है जिसमें कोर्ट में पेशी के लिए डॉक्टरों को बार-बार अस्पताल से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। जिला अस्पताल के अलावा यह सिस्टम एडीजे कोर्ट झालावाड़ एनआईए कोर्ट में भी लगाया गया है।
वहीं, मेडिकोलीगल रिपोर्ट ऑनलाइन बनाने के लिए मेडिकल ज्यूरिष्ट को MedLeaPR पोर्टल पर मैप किया जा चुका है। इसको लेकर ट्रेनिंग भी हो चुकी है। इससे न केवल इंजरी रिपोर्ट ऑनलाइन भेजी जाएगी, बल्कि डॉक्टर कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीधे ऑनलाइन गवाही भी दे सकेंगे। अस्पताल में चल रहे सामान्य कार्य भी बाधित नहीं होंगे और मरीजों को भी समय पर इलाज मिल सकेगा।
इनसाइड- ऑनलाइन होगी गवाही, समय बचेगा, यह होंगे 3 बड़े फायदे: डॉक्टरों को अब कोर्ट पेशी के लिए अस्पताल छोड़कर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे ओपीडी, आपातकालीन सेवाएं और अन्य कार्य सुचारु रहेंगे। जांच अधिकारी और परिवादी अब बार-बार रिपोर्ट लेने या डॉक्टर के बयान के लिए दौड़ नहीं लगाएंगे। वीसी रूम के जरिए डॉक्टर कोर्ट में ऑनलाइन गवाही दे सकेंगे, जो रिकॉर्डेबल भी होगी। मेडिको-लीगल केसों में अक्सर समय की संवेदनशीलता होती है। ऐसे में रिपोर्ट और गवाही में देरी न्याय प्रक्रिया को प्रभावित करती है।
न्यूज़ मोहम्मद इमरान

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