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कवाई में उमड़ा आस्था का सैलाब: गाजे-बाजे के साथ निकली भोले बाबा की बारात, शिव-पार्वती विवाह देख भावविभोर हुए श्रद्धालु



कैलाशपुरी कॉलोनी में शिव महापुराण के पांचवें दिन गूंजे 'हर-हर महादेव' के जयकारे, योगी कैलाश नाथ महाराज के सानिध्य में संपन्न हुई दिव्य रस्में
कवाई (बारां)। कस्बे की कैलाशपुरी कॉलोनी इन दिनों शिव भक्ति के रंग में सराबोर है। चल रही शिव महापुराण कथा के पंचम दिवस पर सोमवार को भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का प्रसंग जीवंत हो उठा। जब नगर की सड़कों पर भोले बाबा की बारात निकली, तो मानों देवलोक स्वयं धरती पर उतर आया हो। हजारों की संख्या में नर-नारियों ने इस अलौकिक दृश्य का साक्षी बनकर धर्म लाभ कमाया।
राजेंद्र शर्मा के द्वार पहुंचे 'दूल्हे सरकार'
कथा प्रसंग के अनुसार, कैलाशपुरी कॉलोनी निवासी राजेंद्र शर्मा एवं उनके परिवार को माता पार्वती के धर्म माता-पिता बनने का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ। दूल्हा बने भोले शंकर जब डीजे और ढोल-नगाड़ों की थाप पर नाचते बारातियों के साथ राजेंद्र शर्मा के निवास पर पहुँचे, तो पूरे विधि-विधान से उनका स्वागत किया गया। वैवाहिक परंपरा का निर्वहन करते हुए भगवान ने तोरण मारने की रस्म अदा की। इसके पश्चात बारातियों का भव्य स्वागत सत्कार और अल्पाहार कराया गया।
कथा पंडाल में हुए सात फेरे और वरमाला
बारात नगर भ्रमण के बाद वापस भव्य कथा पंडाल पहुँची, जहाँ कथा वाचक योगी कैलाश नाथ जी महाराज के सानिध्य में विवाह की समस्त रस्में संपन्न हुईं। पंडाल में मंच पर शिव-पार्वती के बीच वरमाला और फेरों का मंचन किया गया। मंत्रोच्चार और मंगल गीतों के बीच जब भगवान का पाणिग्रहण संस्कार हुआ, तो पूरा परिसर पुष्प वर्षा और जयकारों से गूंज उठा।
> विशेष आकर्षण: झूम उठा कवाई
> बारात में शामिल होने का उत्साह ऐसा था कि बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी शिवभक्ति की मस्ती में चूर नजर आए। महिलाएं मंगल गीत गाती चल रही थीं, तो पुरुष भजनों की धुन पर थिरक रहे थे। हजारों की भीड़ ने यह साबित कर दिया कि कवाई कस्बे में महादेव के प्रति अटूट आस्था है।
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महाराज जी ने समझाया शिव-शक्ति का महत्व
योगी कैलाश नाथ जी महाराज ने कथा के दौरान शिव-पार्वती विवाह के आध्यात्मिक अर्थ को समझाते हुए कहा कि यह विवाह केवल दो स्वरूपों का मिलन नहीं, बल्कि जीव का शिव से मिलन है। उन्होंने बताया कि गृहस्थ जीवन में शिव और पार्वती का आदर्श समन्वय ही सुख और शांति का मार्ग है

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