गांव-गांव से उठी राजनीतिक चेतना, पृथक बस्तर राज्य की मांग फिर तेज
जगदलपुर. लंबे समय बाद एक बार फिर पृथक बस्तर राज्य की मांग जमीनी स्तर पर तेज होती नजर आ रही है. तोकापाल ब्लॉक की 18 ग्राम पंचायतों को मिलाकर संघर्ष समिति का गठन किया गया है. ग्राम पंचायत पथरीली उड़वा की ग्रामसभा में सर्वसम्मति से इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया गया. पेसा दिवस से शुरू हुई यह पहल अब पंचायत स्तर पर समर्थन जुटा रही है. संघर्ष समिति के अध्यक्ष बामन पोयाम ने इसे अधिकारों की लड़ाई बताया. सचिव पाकलू पोड़ियाम ने कहा कि छठवीं अनुसूची लागू कराना प्राथमिक लक्ष्य है.31 दिसंबर को मावलीभाटा में 18 पंचायतों की बड़ी बैठक प्रस्तावित है, जिसमें आंदोलन की आगे की रणनीति तय की जाएगी. क्षेत्र पूर्व में भी औद्योगिक परियोजनाओं के विरोध में एकजुट होकर डॉयकेम और अल्ट्रा मेगा स्टील प्लांट का विरोध कर चुका है. अब पृथक राज्य की मांग एक बार फिर राजनीतिक विमर्श में लौटती दिख रही है.