पुने में तहसीलदार का निलंबन पीछे
📢 पुणे / मावळ समाचार: तहसीलदारों का निलंबन वापस लिया गयापुणे के मावळ तालुका में गौण खनिज (माइनर मिनरल) प्रकरण में निलंबित किए गए तेहसीलदारों व अन्य अधिकारियों का निलंबन राज्य सरकार ने वापस ले लिया है। राज्य सरकार ने आज ही इसके आदेश जारी किए हैं, जिससे निलंबित अधिकारी व कर्मचारियों को बड़ा राहत मिली है। मामले का विस्तार:🔹 मावळ तालुक्यात गौण खनिज (Minor Mineral) से जुड़े अवैध उत्खनन के आरोप में कुल 10 अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित किया गया था, जिनमें चार तहसीलदार भी शामिल थे। 🔹 निलंबन के खिलाफ पुणे विभाग के सभी राजस्व कर्मचारियों ने लगभग चार दिनों तक काम बंद आंदोलन किया, जिससे सरकार पर दबाव बना। 🔹 कर्मचारी संघों ने दावा किया कि अधिकारियों की कोई गलती नहीं थी और निलंबन अन्यायपूर्ण था, जिस पर उच्च स्तर पर चर्चा हुई। 🔹 इसी के बीच, विभागीय आयुक्त की रिपोर्ट और बातचीत के बाद राज्य सरकार ने निलंबन आदेश रद्द कर दिए। इससे प्रभावित कर्मचारियों और उनके परिवारों को बड़ा संत्वना और राहत मिली है। मुख्य बातें:✔️ निलंबन वापस लिया गया है। ✔️ चार तहसीलदार तथा अन्य राजस्व कर्मचारी शामिल थे। ✔️ आंदोलन के बाद सरकार ने यह कदम उठाया। यह फैसला मावळ क्षेत्र में प्रशासनिक तनाव को कम करने और राजस्व विभाग के कर्मचारियों की मांगों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।