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डॉक्टर दम्पति,चन्द्र ओर रेणु का 31दिसम्बर,2025 अंतिम कार्य दिवस,1जनवरी 2026 राजकीय आयुर्वेद सेवा से होगें सेवानिवृत।

छबड़ा के ख्यातिप्राप्त आयुर्वेदाचार्य दंपती को भावभीनी विदाई।
छबड़ा क्षेत्र में आयुर्वेद चिकित्सा को नई पहचान दिलाने वाले ख्यातिप्राप्त आयुर्वेद चिकित्सक डॉ.चंद्रभान श्रीवास्तव एवं डॉ. रेणु श्रीवास्तव नये वर्ष के साथ राज्य आयुर्वेद सेवा से सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इस अवसर पर मंगलवार को राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय, छबड़ा में एक गरिमामय एवं भावभीना विदाई समारोह आयोजित किया गया।
विगत लगभग तीन दशकों तक राजकीय सेवा में रहते हुए इस युगल दंपती ने छबड़ा क्षेत्र में आयुर्वेद को न केवल जन-जन तक पहुँचाया, बल्कि उसे आधुनिक समय में भी श्रेष्ठ चिकित्सा पद्धति के रूप में स्थापित किया। रोगियों के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण,शास्त्रसम्मत उपचार एवं अनुशासित कार्यशैली के कारण दोनों चिकित्सक आमजन में अत्यंत लोकप्रिय रहे।
डॉ.श्रीवास्तव पुराने एवं जटिल रोगों के उपचार में सिद्धहस्त माने जाते हैं।क्षारसूत्र चिकित्सा पद्धति में उनकी विशेष दक्षता के कारण उन्होंने न केवल छबड़ा बल्कि पूरे राजस्थान में क्षेत्र का नाम रोशन किया।दूर-दराज़ से रोगी उनके उपचार हेतु छबड़ा पहुँचते रहे।
विदाई समारोह में उपस्थित चिकित्सकों,कर्मचारियों एवं गणमान्य नागरिकों ने दोनों को आयुर्वेद सेवा में उनके अमूल्य योगदान के लिए सम्मानित करते हुए उज्ज्वल भविष्य एवं स्वस्थ,सक्रिय जीवन की कामना की।वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ.डी.के.शर्मा ने कहा कि सेवानिवृत्ति भले ही राजकीय सेवा से हो रही है,परन्तु समाज के प्रति उनकी सेवा भावना निरंतर जारी रहेगी।कार्यक्रम में प्रभारी डॉ.मेघराज चंदेल,डॉ.पारूल यादव,डॉ.कुशल गौत्तम,डॉ.अर्पित श्रीवास्तव डॉ.सरोज डॉ.महेन्द्र सिंह वरिष्ठ कंपाउंडर हरिसिंह गोचर,कैलाश मेहरा रविदत्त,सुरेंद्र नागर,नीरज,हेमलता, ज्योति,सुनील,दीपक,गिरिराज,संजय ने विचार व्यक्त कर प्रशंसनीय कार्यों के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।अलख निरंजन ज्योति ध्यान योग केंद्र एवं ओशो आशीष ध्यान केंद्र,अमीरपुर खेड़ी,भुवाखेड़ी से भी संचालक शंकर लाल नागर ओर योग साधकों ने शुभकामनाएं व्यक्त की तथा उज्ज्वल भविष्य की कामना की गयीं।

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