logo

शब्दवीणा के राष्ट्रीय मंच पर डॉ परशुराम तिवारी की पुस्तक "का "भार्गव चर्ब जबान मंजरी" का हुआ भव्य लोकार्पण, "कविता आत्म सत्य की लयाभिव्यक्ति होती है!

देवघर, धनंजय कुमार

शब्दवीणा के राष्ट्रीय मंच पर डॉ परशुराम तिवारी की पुस्तक "का "भार्गव चर्ब जबान मंजरी" का हुआ भव्य लोकार्पण,
"कविता आत्म सत्य की लयाभिव्यक्ति होती है:- डॉ पवन कुमार राय
*-दूसरे सत्र में आयोजित शब्दवीणा काव्यांजलि में पढ़ी गयीं शानदार रचनाएँl

भाटपार रानी/देवरिया|भारत के पूर्व प्रधानमंत्री कवि अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100वीं जयंती के अवसर पर मदन मोहन मालवीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय भाटपार रानी देवरिया के पूर्व विद्यार्थी डॉक्टर परशुराम तिवारी जो झारखंड प्रदेश के जसीडीह डायट में प्रवक्ता के रूप में कार्य रत हैं की काव्य कृति "भार्गव चर्ब ज़बान मंजरी" का भव्य लोकार्पण देवघर के अटल लैंग्वेज लैब में राष्ट्रीय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था 'शब्दवीणा' के राष्ट्रीय मंच पर तमाम विद्वत जनों की उपस्थिति में किया गया। इस समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए भाजयुमो देवरिया के पूर्व जिलाध्यक्ष एवम मदन मोहन मालवीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हिन्दी के चर्चित प्रध्यापक डॉ पवन कुमार राय ने कहा कि कविता को आत्मसत्य की लयाभिव्यक्ति कहा जाता है जो साहित्य में कथानक -मुक्त निर्वाध प्रवाह को आत्मा की तरह स्वतंत्र मानता है| उन्होंने कहा कि आत्म सत्य को बिना किसी बोझ के स्वाभाविक रूप से प्रकट करता है, जैसे आत्मा का संचरण|डॉ परशुराम तिवारी की कविताएं उस गहन अनुभूति को अति सहजता से अभिव्यक्त कर पाठक व श्रोता को साधारणीकृत कर देती है| "चर्ब ज़बान मंजरी के 111 मुक्तक, अपने सहज भाव से समाज के विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक चमचागिरी और खुशामदी प्रवृत्ति पर करारा व्यंग करती है| कवि द्वारा मुक्तकों की व्याख्या करने के साथ इसे विविध लोक कथाओं, चरित्रों व पौराणिक आख्यानों से सम्बद्ध करते हुए एक नवीन परिपाटी कायम की गई है| डॉ राय ने अपने प्रिय विद्यार्थी रहे डॉ परशुराम तिवारी की लेखन के प्रति सतत ललक और प्रारंभिक जीवन संघर्षों पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि आने वाले समय में देवघर की विद्वत मंडली के संरक्षण में इनका साहित्य सृजन और अधिक निखरता से विकसित होगा|
समारोह का शुभारंभ शिक्षक सोमेश कश्यप द्वारा प्रस्तुत वैदिक मंत्रोच्चारण व लौकिक मंगलाचरण के उपरांत दीप प्रज्ज्वलित करके हुआ। भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के छायाचित्र पर माल्यार्पण करके तथा पुष्पांजलि अर्पित करके एक ओजस्वी देशभक्त कवि, वक्ता एवं राजनीतिज्ञ के रूप में उनके प्रेरक जीवन पर प्रकाश डाला गया। अतिथियों ने बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के संस्थापक भारतरत्न मदन मोहन मालवीय को भी याद किया। स्वागत-सह-सम्मान सत्र में अतिथियों का स्वागत पुष्पमाला पहनाकर तथा अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ प्रदान करके किया गया। पुस्तक लोकार्पण के उपरांत शब्दवीणा काव्यांजलि में उपस्थित साहित्यकारों ने विविध विषयों पर एक से बढ़कर एक मुक्तक, दोहे, ग़ज़ल, गीत एवं छंद प्रस्तुत किये।
कार्यक्रम की अध्यक्षता' शब्दवीणा' के राष्ट्रीय परामर्शदाता एवं झारखंड प्रदेश संरक्षक, वरिष्ठ पत्रकार एवं देवघर कॉलेज, देवघर के सेवानिवृत्त प्रोफेसर रामनंदन सिंह ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में तिलक सेवा समिति देवघर के केंद्रीय अध्यक्ष हरेकृष्ण राय, हार्द पीठ वैद्यनाथ फाउंडेशन देवघर के अध्यक्ष डॉ नरेंद्र नाथ ठाकुर एवं शब्दवीणा जिला समिति के संरक्षक एवं 'तुलसी बाबा फिर से आओ' पुस्तक के जाने-माने लेखक अनिल कुमार झा की उपस्थिति ने आयोजन को अवस्मरणीय बना डाला। मंच का संचालन एडवोकेट विपुल कुमार मिश्र ने तथा धन्यवाद ज्ञापन शब्दवीणा देवघर जिला समिति के अध्यक्ष एवं अटल लैंग्वेज लैब के संस्थापक डॉ विजय शंकर ने किया। कार्यक्रम अध्यक्ष प्रो. सिंह ने पुस्तक में संकलित मुक्तकों को प्रशंसनीय बताया। शब्दवीणा की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने डॉ परशुराम तिवारी की पुस्तक 'भार्गव चर्ब जबान मंजरी' को व्यंग्यात्मक शैली में लिखे गये मुक्तकों अनूठा संग्रह बतलाते हुए हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि पुस्तक में समाज के बीच रहकर पोषित तथा पल्लवित हो रहे चापलूसी करके अपना कार्य सिद्ध कर लेने वाले लोगों के ऊपर करारा व्यंग्य किया गया है।
कार्यक्रम में शांतिनिकेतन विश्वविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ सुभाष चन्द्र राय, हिन्दी के सशक्त हस्ताक्षर डॉ शंकर मोहन झा, श्री अनिल कुमार झा,कोकिल कंठ धनी सर्वेश्वर बाबू, साहित्यिक मर्मज्ञ आर. के. ठाकुर, वरिष्ठ कथाकार प्रशांत कुमार सिन्हा, अवधेश बाबू, राजकमल दुबे, शोभा कुमारी, ममता कुमारी, स्नेहा भारती, ऋतंभरा झा, अतुल कृष्ण राय, हिमांशु देव, नन्दन कुमार, सचिन त्रिपाठी, अमित झा, कैलाश चंद्र झा, धीरेन्द्र छतहारवाला, बबन बदिया, रविशंकर साह, मधुलिका शंकर, स्नेहा, शंभु कुमार मिश्र, संदीप राय, वेदांत सत्यम, मीडिया प्रतिनिधि मनीष पाठक की आद्योपांत उपस्थिति रही। शब्दवीणा के झारंखड प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा प्रसाद, उपाध्यक्ष अरुण कुमार यादव, देवघर जिला उपाध्यक्ष डॉ इति कुमारी, संगठन मंत्री सोनाली भारती, साहित्य मंत्री सोनम झा सहित समस्त शब्दवीणा परिवार ने डॉ परशुराम तिवारी को उनकी कृति के भव्य लोकार्पण के लिए बधाइयाँ दीं। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण शब्दवीणा केन्द्रीय पेज से किया गया, जिससे जुड़कर देश के विभिन्न प्रदेशों के साहित्यानुरागियों ने काव्य पाठ का आनंद उठाया।

11
895 views