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2026 में कब तक रहेगी सर्दी: जानें स्कायमेट का मौसम पूर्वानुमान

♦️2026 में कब तक रहेगी सर्दी : जानें स्कायमेट का मौसम पुर्वानुमान

💠उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी का इंतज़ार कर रहे पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है। हालाँकि वर्तमान में लाइव स्नोफॉल नहीं दिख रहा है, लेकिन 27 दिसंबर की रात से एक नया पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय होने वाला है। इसके बाद 30 या 31 दिसंबर को एक और तीव्र विक्षोभ आएगा, जिससे नए साल के मौके पर जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊंचे पहाड़ों पर भारी बर्फबारी की संभावना है। श्रीनगर, गुलमर्ग और पहलगाम जैसे पर्यटन स्थलों पर नए साल के समय शानदार बर्फबारी देखने को मिल सकती है।

मैदानी इलाकों की बात करें तो पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में अब कड़ाके की सर्दी पड़ने वाली है। आने वाले दिनों में तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जाएगी, जिससे न्यूनतम तापमान 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। हवाओं की रफ्तार तेज होने के कारण कोहरे में थोड़ी कमी आएगी, लेकिन शीतलहर और पाला (frost) पड़ने की प्रबल संभावना है। यह गिरता तापमान रबी की फसलों जैसे गेहूं और सरसों के लिए फायदेमंद साबित होगा, हालांकि बारिश की कमी अभी भी चिंता का विषय बनी हुई है।

मध्य और दक्षिण भारत में भी मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गुजरात में अब कड़ाके की सर्दी दस्तक देने वाली है, जिससे न्यूनतम तापमान में काफी कमी आएगी। वहीं दक्षिण भारत में, तमिलनाडु के तटीय इलाकों और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश की संभावना है। साल के अंत में यानी 30 और 31 दिसंबर के आसपास केरल के कुछ हिस्सों में भी बारिश की गतिविधियां शुरू हो सकती हैं।

जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के कारण इस बार सर्दियाँ थोड़ी देरी से शुरू हुई हैं। आमतौर पर नवंबर से शुरू होने वाली ठंड अब दिसंबर के अंत में अपना असर दिखा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह देरी पश्चिमी विक्षोभों के देर से आने के कारण हुई है, लेकिन अब यह सिलसिला फरवरी तक खिंच सकता है, जिससे पहाड़ों पर लंबे समय तक बर्फबारी और मैदानों में विस्तारित शीतकाल (extended winter) का अनुभव होगा।

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