
ऐतिहासिक मंचेरियाल सीमेंट कंपनी की होने वाली है नीलामी
मंचेरियाल रिपोर्टर 25 दिसम्बर (कृष्णा सोलंकी)
दक्षिण भारत की सबसे पुरानी सीमेंट निर्माता कंपनियों में से एक, मंचेरीयाल सीमेंट कंपनी (एमसीसी) जिसे पहले एसोसिएटेड सीमेंट कंपनीज (एसीसी) के नाम से जाना जाता था जल्द ही देनदारियों को चुकाने के लिए नीलाम होने जा रही है इस कदम से सैकड़ों कर्मचारियों की पुनर्जीवन की उम्मीदें चकनाचूर हो गई है 54.04 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाने में विफल रहने पर इंडियन बैंक ने कंपनी को अपनी संपत्तियों की नीलामी के लिए नोटिस जारी किया इस नीलामी के साथ ही 67 साल पुरानी इस कंपनी का अंत हो गया इस कारखाने ने जिले को औद्योगिक क्षेत्र में पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाई साथ ही हजारों लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी प्रदान कियावर्तमान में कुछ ही कर्मचारी काम कर रहे हैं और उन्हें नियमित रूप से वेतन नहीं मिल रहा है प्रबंधन बढ़ते कर्ज को चुकाने के लिए संघर्ष कर रहा है क्योंकि उत्पादन बहुत पहले बंद हो चुका है राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानदंडों को पूरा करने के लिए हाल ही में संयंत्र के इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रेसिपिटेटर (ईएसपी) को आधुनिक उपकरणों से बदला गया है हैदराबाद-नागपुर राजमार्ग पर स्थित 350 एकड़ भूमि पर उन्नत जर्मन तकनीक का उपयोग करते हुए 1958 में इस संयंत्र की स्थापना की गई थी इसकी स्थापित क्षमता 1,000 मीट्रिक टन प्रति दिन थी हालांकि पुरानी तकनीक और प्रबंधन की कुप्रथाओं के कारण समय के साथ संयंत्र के प्रदर्शन में काफी गिरावट आई20 वर्षों से अधिक समय तक परिचालन घाटे के कारण बढ़ते कर्ज के बोझ से होने वाले नुकसान के चलते कारखाने में प्रमोटरों के बीच आंतरिक कलह शुरू हो गई जिन्होंने विभिन्न अदालतों का रुख किया और प्रबंधन के खिलाफ लगभग 20 मामले लंबित थे पूरे कार्यबल को नौकरी से निकाल दिया गया प्रभावित श्रमिकों ने विरोध प्रदर्शन किया और अदालतों का रुख किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रबंधन ने विभिन्न श्रम कानूनों का उल्लंघन किया जिससे उनके साथ घोर अन्याय हुआ उनमें से कुछ ने आत्महत्या कर ली