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पिंकी चौधरी का बड़ा बयान: 13 वर्षीय बिटिया के मामले में न्याय की मांग, भड़काने वाले नेताओं पर प्रहार

क्षेत्र में सामने आए 13 वर्षीय नाबालिग बिटिया के कथित अपहरण का मामला लगातार गंभीर होता जा रहा है। परिजनों और स्थानीय लोगों के अनुसार, बच्ची को बहला-फुसलाकर भगाया गया है और इस पूरे घटनाक्रम को लव जिहाद से जोड़कर देखा जा रहा है। इस घटना ने समाज में गहरी चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है। लोगों का कहना है कि जो लोग और संगठन वैचारिक नारों और बयानबाजी में सबसे आगे रहते हैं, अब समय है कि वही लोग पीड़ित परिवार के घर जाकर वास्तविक समर्थन दिखाएं।

पीड़ित परिवार का आरोप है कि बच्ची की उम्र मात्र 13 वर्ष है, ऐसे में यह मामला न सिर्फ सामाजिक बल्कि कानूनी दृष्टि से भी अत्यंत गंभीर है। नाबालिग से जुड़ा कोई भी कृत्य सीधा कानून व्यवस्था और मानवाधिकार का सवाल बन जाता है। स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई, बच्ची की सुरक्षित बरामदगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है।

इस पूरे प्रकरण में हिंदुवादी नेता पिंकी चौधरी का बयान चर्चा में है। उन्होंने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाते हुए कहा कि बिटिया को न्याय दिलाने के लिए किसी भी स्तर पर लड़ाई लड़ी जाएगी। पिंकी चौधरी ने अपने तीखे शब्दों में उन नेताओं पर भी जोरदार प्रहार किया, जो दलित वर्ग को सनातन और हिंदू समाज के खिलाफ भड़काने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज को बांटकर राजनीति करने वाले तत्व देश की एकता और सामाजिक सौहार्द के लिए खतरनाक हैं।

उनका कहना था कि बेटियों की सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति नहीं, बल्कि एकजुट होकर न्याय सुनिश्चित किया जाना चाहिए। प्रशासन से निष्पक्ष जांच और कठोर कार्रवाई की मांग के साथ उन्होंने जनता से भी अपील की कि ऐसे संवेदनशील मामलों में अफवाहों से दूर रहकर पीड़ित परिवार के साथ खड़े हों। यह मामला आज पूरे समाज के लिए एक कसौटी बन गया है कि हम न्याय और एकता के पक्ष में कितना मजबूत रुख अपनाते हैं।

लेख: ऋषभ पराशर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, AIMA मीडिया युवा प्रकोष्ठ

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