
सिविल डिफेंस गाजियाबाद को नई दिशा दे रहे हैं सहायक उपनियंत्रक श्री गुलाम नबी जी
गाजियाबाद।
सिविल डिफेंस गाजियाबाद आज जिस सशक्त, अनुशासित और सक्रिय स्वरूप में दिखाई दे रही है, उसके पीछे सहायक उपनियंत्रक श्री गुलाम नबी जी की दूरदर्शी सोच, प्रशासनिक दक्षता और निष्ठावान नेतृत्व की अहम भूमिका है। उनके मार्गदर्शन में जनपद में क्षमता निर्माण प्रशिक्षण (Capacity Building) को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया जा रहा है।
श्री गुलाम नबी जी द्वारा संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रमों में आपदा प्रबंधन, अग्निशमन, प्राथमिक उपचार, खोज एवं बचाव, नागरिक सुरक्षा, मनोवैज्ञानिक तैयारी तथा आपातकालीन प्रतिक्रिया जैसे विषयों पर व्यावहारिक एवं आधुनिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण की गुणवत्ता, अनुशासन और समयबद्धता ने सिविल डिफेंस को जनपद में एक विश्वसनीय सुरक्षा शक्ति के रूप में स्थापित किया है।
उनकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि वे केवल प्रशिक्षण तक सीमित नहीं रहते, बल्कि प्रशासन, पुलिस, फायर सर्विस, स्वास्थ्य विभाग एवं सामाजिक संगठनों के साथ प्रभावी समन्वय स्थापित कर सिविल डिफेंस को जमीनी स्तर पर मजबूत कर रहे हैं। यही कारण है कि आपात परिस्थितियों में सिविल डिफेंस स्वयंसेवक तत्परता से मोर्चा संभालते नजर आते हैं।
श्री गुलाम नबी जी का स्पष्ट संदेश
श्री गुलाम नबी जी का कहना है—
“सिविल डिफेंस केवल एक संगठन नहीं, बल्कि राष्ट्र सेवा का संकल्प है। जब आम नागरिक प्रशिक्षित होकर आपदा के समय आगे आता है, तभी समाज सुरक्षित बनता है।”
जन-जन से आवाहन
सहायक उपनियंत्रक श्री गुलाम नबी जी ने जनपद गाजियाबाद के युवाओं, कर्मचारियों, समाजसेवियों, व्यापारियों एवं हर जागरूक नागरिक से सिविल डिफेंस से जुड़ने का भावनात्मक और राष्ट्रीय आवाहन किया है।
उन्होंने कहा कि सिविल डिफेंस से जुड़कर व्यक्ति—
आपदा के समय जीवन रक्षक बनता है
नेतृत्व व अनुशासन सीखता है
समाज में सम्मान व पहचान प्राप्त करता है
राष्ट्र निर्माण में प्रत्यक्ष योगदान देता है
आज आवश्यकता है कि अधिक से अधिक लोग आगे आएँ और श्री गुलाम नबी जी के नेतृत्व में सिविल डिफेंस गाजियाबाद की शक्ति बनें।
सिविल डिफेंस ज्वाइन करें — सेवा, सुरक्षा और संकल्प का प्रतीक बनें।
🇮🇳