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⚡ बिजली विभाग की लापरवाही से बड़ा हादसा होने की आशंका आंधी-तूफान के बाद बांस-बल्ले पर चल रहा बिजली कनेक्शन, करंट लगने का खतरा लगा रहता है। लोक शिकायत

एक नया मोड़ ले चुका है। बिजली विभाग में तार एवं पोल लगाने के लिए बिहार के पास स्कोप नहीं है । विभाग बहुत ही गरीबी में गुजर रहा है ।मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड अंतर्गत मटिहानी पावर हाउस क्षेत्र में बिजली विभाग की गंभीर लापरवाही सामने आई है। उपभोक्ता संख्या 134210819113 द्वारा दिए गए कृषि कनेक्शन के लिए तीन फेज मीटर लगाने का आवेदन (रिक्वेस्ट नंबर 13424106150596) काफी समय पहले दिया गया था, लेकिन आज तक तीन फेज मीटर नहीं लगाया गया है। लगभग 1.6years समस्या है

आंधी-तूफान के बाद क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बांस-बल्ले के सहारे चलाई जा रही है। हाल ही में बांस-बल्ला टूट जाने के कारण किसी भी समय करंट लगने से जान-माल का नुकसान हो सकता है। यदि इस स्थिति में कोई दुर्घटना होती है, तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा — यह बड़ा सवाल बना हुआ है।

पीड़ित उपभोक्ता ने बताया कि तीन फेज लाइन बिछाने के लिए लगभग 1 किलोमीटर तीन फेज तार की आवश्यकता है, लेकिन बिजली विभाग द्वारा ROW (राइट ऑफ वे) का बहाना बनाकर कार्य टाला जा रहा है, जबकि यह तर्क पूरी तरह गलत प्रतीत होता है।

मामले को लेकर जब अनुमंडल लोक शिकायत में आवेदन दिया गया, तो केवल सात बिजली पोल गाड़ा गया। इसके बाद किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा एक पोल को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। आज तक तार नहीं लगाया गया, बावजूद इसके बिजली विभाग द्वारा अनुमंडल लोक शिकायत में गलत रिपोर्ट दी गई कि तार लगा दिया गया है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह रिपोर्ट पूरी तरह भ्रामक है और बिजली विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है। विभागीय लापरवाही स्पष्ट रूप से सामने आ रही है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

अब देखना यह है कि मटिहानी पावर हाउस के जेई, बिजली विभाग के एसडीओ, और जिला प्रशासन इस गंभीर मामले पर कब तक संज्ञान लेते हैं, या फिर किसी दुर्घटना के बाद ही कार्रवाई होगी।

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