अमर शहीदों को नमन: बिस्मिल, अशफाक और रोशन सिंह की शहादत पर देश ने टेका मत्था
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पर मरने वालों का यही बाक़ी निशां होगा।"
इन वीरों ने न केवल अंग्रेजों की चूलें हिला दी थीं, बल्कि समाज को एकता का संदेश भी दिया था। बिस्मिल और अशफाक की दोस्ती आज भी भारतीय इतिहास में सांप्रदायिक सद्भाव और साझा देशभक्ति की सबसे बड़ी मिसाल मानी जाती है।