
द दून वैली पब्लिक स्कूल कक्षा 2 के छात्र चक्षु शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाया मुजफ्फरनगर का मान
मुजफ्फरनगर। शिक्षा के क्षेत्र में जिले के लिए एक और गौरवपूर्ण उपलब्धि सामने आई है। देशभर के पब्लिक स्कूलों में हाल ही में साइंस ओलंपियाड फाउंडेशन द्वारा आयोजित सामान्य ज्ञान परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया, जिसमें मुजफ्फरनगर जिले के एक नन्हे छात्र ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। द दून वैली पब्लिक स्कूल के कक्षा 2 के होनहार छात्र चक्षु शर्मा ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए विद्यालय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया, वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 22वीं रैंक हासिल कर जिले, विद्यालय और परिवार का नाम रोशन किया है। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में देश-विदेश के हजारों विद्यार्थियों ने भाग लिया था। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच इतनी कम उम्र में अंतरराष्ट्रीय रैंक प्राप्त करना चक्षु की असाधारण प्रतिभा और मेहनत को दर्शाता है। परीक्षा परिणाम घोषित होते ही विद्यालय परिसर में हर्ष और उल्लास का वातावरण बन गया। विद्यालय प्रबंधन, प्रधानाचार्य, शिक्षकगण तथा छात्र-छात्राओं ने चक्षु को फूल-मालाओं और तालियों के साथ सम्मानित किया तथा उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विद्यालय के शिक्षकों ने बताया कि चक्षु शुरू से ही पढ़ाई के प्रति अत्यंत गंभीर, अनुशासित और जिज्ञासु स्वभाव का छात्र रहा है। वह कक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों को गहराई से समझने का प्रयास करता है और अतिरिक्त जानकारियां जुटाने में भी रुचि रखता है। विज्ञान, सामान्य ज्ञान और तार्किक प्रश्नों में उसकी विशेष रुचि रही है, जिसका परिणाम आज उसकी इस उल्लेखनीय सफलता के रूप में सामने आया है। चक्षु के पिता कशिश शर्मा, जो पेशे से व्यापारी हैं, ने बेटे की उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि चक्षु बचपन से ही नई-नई बातें जानने में रुचि रखता है। वह अपने खाली समय में ज्ञानवर्धक टीवी कार्यक्रम, शैक्षिक वीडियो, विज्ञान से जुड़े प्रयोग और प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित सामग्री देखना पसंद करता है। पिता ने बताया कि परिवार ने कभी भी उस पर पढ़ाई का दबाव नहीं डाला, बल्कि उसकी रुचि के अनुसार उसे सीखने के लिए प्रेरित किया। चक्षु की माता प्रिंसी, जो गृहिणी हैं, ने कहा कि बेटे की सफलता के पीछे उसकी नियमित दिनचर्या, आत्म-अनुशासन और निरंतर अभ्यास की बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने बताया कि चक्षु रोजाना समय पर पढ़ाई करता है और जो भी विषय पढ़ता है, उसे पूरी एकाग्रता के साथ समझने का प्रयास करता है। परिवार के अन्य सदस्य भी उसकी पढ़ाई में पूरा सहयोग करते हैं। चक्षु के दादा सत्यकुमार और दादी ऊषा शर्मा, जो सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्त हैं, घर पर रहकर अपने पौत्र की गतिविधियों पर विशेष ध्यान देते हैं। वे उसे नैतिक मूल्यों, अनुशासन और समय के महत्व का पाठ पढ़ाते हैं, जिससे उसका सर्वांगीण विकास हो सके। विद्यालय प्रशासन ने कहा कि चक्षु शर्मा की यह सफलता न केवल द दून वैली पब्लिक स्कूल बल्कि पूरे मुजफ्फरनगर जिले के लिए गर्व की बात है। यह उपलब्धि जिले के अन्य विद्यार्थियों को भी आगे बढ़ने और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित करेगी। विद्यालय ने भविष्य में भी ऐसे प्रतिभाशाली छात्रों को हर संभव सहयोग और मार्गदर्शन देने का भरोसा दिलाया। शिक्षाविदों का मानना है कि चक्षु शर्मा की यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि यदि बच्चों को सही मार्गदर्शन, सकारात्मक वातावरण और अभिभावकों का सहयोग मिले तो वे कम उम्र में भी बड़ी से बड़ी उपलब्धि हासिल कर सकते हैं। चक्षु की सफलता न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह जिले की शैक्षणिक प्रगति का भी सशक्त उदाहरण बनकर सामने आई है।