
कई वर्षों से मोहम्मदगंज स्टेशन पर हो रही गरीबरथ एक्सप्रेस के ठहराव की मांग पूरा नही होने से लोग निराश
मोहम्मदगंज।पलामू।झारखंड
एक दशक वर्ष से हो रही 12877/78 रांची नई दिल्ली गरीबरथ एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव की मांग को पलामू सांसद श्री विष्णुदयाल राम के अथक प्रयास और केंद्रीय मंत्री श्री एल मुरुगन के दो वर्ष पूर्व मोहम्मदगंज आगमन के दौरान रेल उपभोक्ताओं द्वारा रखी गई मांग पर अनुसंशा के बावजूद पूर्व मध्य रेल के पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल अंतर्गत मोहम्मदगंज में ठहराव नही किये जाने से मोहम्मदगंज स्टेशन से जुड़े रेल उपभोक्ताओं सहित आम लोगो मे निराशा है।जबकि अगस्त माह 2025 में रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने सम्बंधित रेल अधिकारियों को ठहराव की प्रक्रिया पूर्ण करने के भी निर्देश दिए है।मालूम हो कि मोहम्मदगंज स्टेशन मोहम्मदगंज प्रखंड के अलावा हैदरनगर प्रखंड के बरडण्डा, उंटारी रोड प्रखंड के सतबहिनी पंचायत,गढ़वा जिला के मझिआंव प्रखंड का मोरबे पंचायत,भवनाथपुर,केतार सहित सम्पूर्ण कांडी प्रखंड के सैकड़ो गांव के लोगो का रेलहेड है,उंटारी रोड प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीणों को भी ट्रेन के ठहराव से सुविधा होगा।उक्त रेलवे स्टेशन से ऐतिहासिक पर्यटन स्थल भीमचुल्हा स्थल और सतबहिनी तीर्थ स्थल जुड़ा हुआ है।साथ ही सोन नदी पार बिहार राज्य के सोन नदी सीमावर्ती गांव के लोगो का ट्रेन सुविधा के लिए मोहम्मदगंज स्टेशन ही रेलहेड है। अधिकतम आबादी मजदूर,किसान,मध्यम आय वर्ग का है,देश की राजधानी दिल्ली में देश के सर्वसुविधा युक्त एम्स सहित बड़े अस्पताल में इलाज़ के लिए और आस्था धर्मनगरी प्रयागराज,व्यवसायिक नगरी कानपुर सहित अन्य महानगरों में रोजगार,व्यापार,अध्यात्म से जुड़कर लोगो को व्यापक सुविधा उपलब्ध होगा।मोहम्मदगंज स्टेशन पर सर्वसुलभ सुविधा उपलब्ध है,एवं प्राप्त जानकारी के अनुसार यात्री टिकट से प्रतिदिन औसतन एक लाख से अधिक राजस्व की प्राप्ति रेलवे को होती है और गरीबरथ ट्रेन के ठहराव की अहर्ता को पूरा करता है।उक्त ट्रेन का जपला करीब 20 किमी और गढ़वा रोड करीब 30 किमी पर ठहराव है।जहाँ से ट्रेन पकड़ने के लिए लोगो निजी भाड़ा के वाहन से रिजर्व बुकिंग कर 800 से 1500 रुपया राशि का अतिरिक्त आर्थिक बोझ झेलना पड़ता है।कई लोगो ने रेलमंत्री,सहित ट्रेन के आवगमन से सम्बंधित रेल मंत्रालय, रेलवे बोर्ड, रेलवे जोन और रेल मंडल को भी ट्वीट और ई मेल के माध्यम से ठहराव की पुरजोर मांग किया है।लोगो मे निराशा तो है पर आशा भी नही छोड़ा है।