
आधी रात को लोकतंत्र की गूँज: मनरेगा के मुद्दे पर संसद में संग्राम
नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) में बड़े बदलाव करने वाले प्रस्तावित कानून के विरोध में विपक्ष ने मोर्चा खोल दिया है। मजदूरों के हक और रोजी-रोटी पर 'डाका' डालने का आरोप लगाते हुए विपक्षी सांसदों ने रात के 12:30 बजे संसद परिसर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का तर्क है कि नया कानून न केवल मजदूरों के कानूनी अधिकारों को कमजोर करेगा, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाली इस योजना को धीरे-धीरे खत्म कर देगा। हाथों में तख्तियाँ लिए और नारेबाजी करते हुए सांसदों ने आरोप लगाया कि सरकार कॉरपोरेट जगत को फायदा पहुँचाने के लिए गरीबों के पेट पर लात मार रही है।
आधी रात को हुआ यह अभूतपूर्व प्रदर्शन सरकार की नीतियों के खिलाफ बढ़ते आक्रोश को दर्शाता है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि जब तक यह जनविरोधी कानून वापस नहीं लिया जाता, सदन से सड़क तक संघर्ष जारी रहेगा।
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रिपोर्ट ज़ुबैर आलम