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फिरोजपुर जिले के सैकड़ों किसान भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा में शामिल हुए। मल्लां वाला खास जोगिंदर सिंह खालसा

फिरोजपुर जिले के सैकड़ों किसान भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा में शामिल हुए।

मल्लां वाला खास जोगिंदर सिंह खालसा

प्रदेश अध्यक्ष मंजीत सिंह धनेर और महासचिव हरनेक सिंह महिमा ने सभा का स्वागत किया।

संगठन की नई इकाइयाँ पाँच गाँवों में गठित की गईं।

हमने विद्युत संशोधन विधेयक 2025 और बीज विधेयक 2025 के खिलाफ लड़ाई को तेज करने का फैसला किया है।

फिरोजपुर, 16 दिसंबर - आज फिरोजपुर जिले के पांच गांवों - फत्ते वाला, सबरा-1, आले वाला, बस्ती गरीब सिंह वाली और सबरा-2 - के सैकड़ों किसान भारतीय किसान यूनियन एकता डाकौंडा में शामिल हुए। सबराओं स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष मनजीत सिंह धानेर, प्रदेश महासचिव हरनेक सिंह महिमा और प्रदेश उपाध्यक्ष अमनदीप सिंह लालटन उपस्थित थे। उन्होंने नवगठित साथियों को संगठन की विचारधारा और संविधान के बारे में जानकारी दी और वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डाला। संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन जिला फिरोजपुर अध्यक्ष जागीर सिंह खैरा ने किया।

महासचिव हरनेक सिंह महिमा ने विद्युत संशोधन विधेयक 2025 के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा के साथ हुए समझौते का उल्लंघन करते हुए पहले ही एक बार संसद में विद्युत संशोधन विधेयक पेश किया था और अब उसी वादे का दूसरी बार उल्लंघन किया जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा पूरे भारत में इसका विरोध कर रहा है। यदि यह विधेयक पारित होकर कानून बन जाता है, तो निजी कंपनियों को बिजली वितरण के क्षेत्र में मनमानी करने की छूट मिल जाएगी और क्रॉस सब्सिडी बंद हो जाएगी। इसी तरह, बीज विधेयक 2025 भी संसद में पेश किए जाने की संभावना है। यदि यह विधेयक पारित होकर कानून बन जाता है, तो बहुराष्ट्रीय कंपनियां बीजों पर नियंत्रण कर लेंगी और किसानों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें जमीन से बेदखल कर देंगी।

संगठन के राज्य उपाध्यक्ष अमनदीप सिंह लालटन ने चार श्रम कानूनों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दैनिक मजदूरी आठ घंटे से बढ़ाकर बारह घंटे कर दी गई है। श्रमिकों से हड़ताल करने और संगठन बनाने का अधिकार भी छीना जा रहा है। अमेरिका के साथ मुक्त व्यापार समझौते किए जा रहे हैं। यदि कृषि और कृषि से संबंधित क्षेत्रों को इस समझौते से बाहर नहीं रखा गया, तो विदेशी देशों से सस्ते सामान, मुर्गी पालन, दूध और दूध उत्पाद भारतीय बाजार में आएंगे और भारतीय किसानों की उपज बर्बाद हो जाएगी।

राज्य अध्यक्ष मनजीत सिंह धानेर ने कहा कि किसानों को अपने श्रम की रक्षा के लिए एमएसपी और ऋण राहत के लिए भी संघर्ष करना होगा।

एकत्रित हुए पांचों गांवों के किसानों ने संगठन के नेतृत्व में काम करने की शपथ ली और आगामी सभी संघर्षों में और भी अधिक उत्साह के साथ भाग लेने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर जिला महासचिव गुलजार सिंह कबर बच्चा, प्रेस सचिव लखबीर सिंह डोड, जिला कोषाध्यक्ष जतिंदर सिंह कर्मा, शमशेर सिंह शहजादी, जीरा ब्लॉक अध्यक्ष प्रीनीत सिंह भडाना, मखू ब्लॉक अध्यक्ष मुंशा सिंह, सरपंच रणवीर सिंह रुरका, राजिंदर सिंह राजा भानोहर, जग्गा सिंह महल कलां, अमनदीप सिंह रायसर, बलजिंदर सिंह बुरेवाला, बलकार सिंह जोधपुर, हरबंस सिंह जोधपुर, जीरा महासचिव गुरचरण सिंह और जसवंत सिंह बुरेवाल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

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