
Bihar ke cm nitish Kumar ki sharamnak harkat
गंभीर निंदा प्रस्ताव / घोर आपत्ति का वक्तव्य
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सार्वजनिक रूप से की गई अत्यंत शर्मनाक और अमर्यादित हरकत ने न केवल लोकतांत्रिक मर्यादाओं को ठेस पहुँचाई है, बल्कि समूची मानवता, समाज की नैतिकता तथा माँ-बहनों की इज़्ज़त को भी तार-तार किया है। इस घटना की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।
यदि यही कृत्य किसी सामान्य नागरिक द्वारा किया गया होता, तो अब तक उस पर कठोर कानूनी कार्रवाई हो चुकी होती। प्रश्न यह है कि क्या सत्ता का पद किसी को यह अधिकार देता है कि वह सार्वजनिक शालीनता, सामाजिक मर्यादा और सम्मान की सीमाओं को लांघ दे? क्या मुख्यमंत्री का पद कानून और नैतिक जिम्मेदारियों से ऊपर है?
यह और भी अधिक दुर्भाग्यपूर्ण है कि घटना की गंभीरता को स्वीकार करने और जवाबदेही तय करने के बजाय, सरकार संबंधित व्यक्ति की सुरक्षा बढ़ाने में लगी हुई है। यह रवैया पीड़ित समाज के प्रति संवेदनहीनता और सत्ता के दुरुपयोग का संकेत देता है। जिस व्यक्ति ने सम्मान को खिलवाड़ समझा हो, उसके लिए संरक्षण नहीं, बल्कि जवाबदेही और निष्पक्ष जाँच आवश्यक है।
हम मांग करते हैं कि:
1. इस घटना की निष्पक्ष और समयबद्ध जाँच हो।
2. पद और प्रभाव से परे, कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाए।
3. सार्वजनिक पदों पर आसीन व्यक्तियों के लिए आचरण संहिता को सख्ती से लागू किया जाए।
4. महिलाओं की गरिमा और सामाजिक मर्यादाओं की रक्षा के लिए स्पष्ट और ठोस कदम उठाए जाएँ।
लोकतंत्र में सत्ता सेवा का माध्यम है, विशेषाधिकार का नहीं। समाज की इज़्ज़त, कानून का सम्मान और नैतिक जिम्मेदारी—इनसे समझौता किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है।