
जालौन में अधूरे सुरक्षा इंतजामों पर उठी आवाज, जिलाधिकारी से की गई शिकायत
जालौन।
उरई रोड (अप व डाउन) पर जालौन से लगभग 4 किलोमीटर दूरी पर नगर पालिका द्वारा बनाए जा रहे गेट को लेकर सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। गेट पर रेडियम, रिफ्लेक्टर और चेतावनी संकेत न होने के कारण रात्रि के समय दुर्घटनाओं की आशंका लगातार बनी हुई है।
समाजसेवी मुहम्मद अशफाक राईन ने इस संबंध में जिलाधिकारी जालौन को एक लिखित प्रार्थना पत्र सौंपकर अवगत कराया है कि सर्दी के मौसम में कोहरा और अंधेरा अधिक रहता है, जिससे मार्ग स्पष्ट दिखाई नहीं देता। ऐसे में निर्माणाधीन गेट पर सुरक्षा संकेतों का अभाव राहगीरों और वाहन चालकों के लिए खतरा बनता जा रहा है।
प्रार्थना पत्र में उल्लेख किया गया कि दिनांक 14 दिसंबर 2025 को सायं लगभग 6:30 बजे देवेंद्र कुमार वर्मा, पुत्र रामनाथ, जालौन की ओर आ रहे थे। अत्यधिक कोहरा व अंधेरा होने के कारण गेट स्पष्ट दिखाई नहीं दिया और भ्रमवश उनका वाहन बलिया रोड की ओर मुड़ गया, जिससे दुर्घटना की स्थिति उत्पन्न हो गई। सौभाग्यवश कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, लेकिन भविष्य में गंभीर दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता।
समाजसेवी ने जिलाधिकारी से मांग की है कि जनहित एवं सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उक्त गेट एवं बलिया रोड की ओर लगे ढांचे/संकेतकों पर शीघ्र ही पर्याप्त रेडियम, रिफ्लेक्टर तथा चेतावनी साइन बोर्ड लगवाए जाएं, ताकि रात्रि व कोहरे के समय भी मार्ग स्पष्ट दिखाई दे और दुर्घटनाओं पर रोक लग सके।
स्थानीय लोगों का भी कहना है कि यदि समय रहते सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए, तो यह गेट किसी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर जनहित के मुद्दे पर कितनी शीघ्र कार्रवाई करता है।