
PRSI के वार्षिक सम्मेलन का दूसरा दिन: ‘विकसित उत्तराखंड 2047’ पर मंथन, स्वास्थ्य सचिव सम्मानित
देहरादून। पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया (PRSI) के तीन दिवसीय वार्षिक सम्मेलन के दूसरे दिन ‘विकसित उत्तराखंड 2047’ की परिकल्पना को लेकर गहन विचार-विमर्श किया गया। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से आए विशेषज्ञों ने राज्य के गठन के बाद बीते 25 वर्षों की यात्रा, उपलब्धियों और भविष्य की चुनौतियों पर अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि आज के युग में जनसंचार की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है। उन्होंने कहा कि प्रभावी जनसंचार के माध्यम से ही शासन और आम जनता के बीच सशक्त संवाद स्थापित किया जा सकता है। PR इंडस्ट्री के तेजी से विस्तार के साथ यह भी चुनौती है कि सूचनाएं समाज के अंतिम व्यक्ति तक सही और प्रभावी तरीके से पहुंचें।
सम्मेलन के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं में उत्कृष्ट कार्यों के लिए स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ. कुमार ने कहा कि वर्तमान समय एआई, भ्रामक सूचनाओं और गलत जानकारियों की चुनौतियों से भरा हुआ है। ऐसे में पब्लिक रिलेशन अधिकारियों की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है कि वे जनता तक तथ्यपरक और सही जानकारी पहुंचाएं।
कार्यक्रम में उपस्थित सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि सम्मेलन की थीम पूरी तरह उत्तराखंड केंद्रित है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए विभिन्न क्षेत्रों से आए विशेषज्ञ अपने अनुभव और सुझाव साझा कर रहे हैं, जिन पर विचार कर शासन स्तर पर नीतिगत निर्णय लिए जाएंगे।
सम्मेलन के दूसरे दिन हुए विमर्श से प्राप्त सुझावों को भविष्य की विकास योजनाओं और नीतियों का आधार बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।