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चंद्रप्रभ व पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक की श्रृंखला में श्रद्धामय गोद भराई समारोह

खतौली। धर्म नगरी खतौली में जैन धर्म के आठवें तीर्थंकर श्री 1008 चंद्रप्रभ भगवान एवं तेईसवें तीर्थंकर श्री 1008 पार्श्वनाथ भगवान के जन्म कल्याणक महोत्सव की श्रृंखला में जैन समाज खतौली द्वारा तीर्थंकर बालक की माता की गोद भराई का भव्य, आध्यात्मिक और भावनात्मक कार्यक्रम बड़े बाजार स्थित ठाकुरद्वारा प्रांगण में अत्यंत श्रद्धा, उल्लास और गरिमा के साथ संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम आगामी 15 दिसंबर को मनाए जाने वाले जन्म कल्याणक महोत्सव की तैयारियों का एक महत्वपूर्ण और आस्था से परिपूर्ण अंग रहा। कार्यक्रम के दौरान तीर्थंकर बालक चंद्रप्रभ भगवान की माता बनने का सौभाग्य नैना जैन धर्मपत्नी वैभव जैन (पूर्व सभासद) को तथा तीर्थंकर बालक पार्श्वकुमार भगवान की माता बनने का सौभाग्य रुचि जैन धर्मपत्नी अंकित जैन (गंगाधड़ी वालों) को प्राप्त हुआ। दोनों माताओं को यह सौभाग्य मिलना पूरे जैन समाज के लिए गर्व एवं आनंद का विषय रहा। वहीं, पुनीत चौक पुराने की गोद भराई का सौभाग्य रीमा जैन धर्मपत्नी आशु जैन (औषधि वाले) को प्राप्त हुआ। हस्तिनापुर से पधारे विधानाचार्य नरेश चंद जी जैन शास्त्री ने जैन आगम शास्त्रों के अनुसार विधिविधान से मंत्रोच्चार करते हुए धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराया। मंत्रों की गूंज से पूरा वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर उठा और श्रद्धालु भक्ति भाव में लीन हो गए। कार्यक्रम में उपस्थित श्रद्धालुओं ने इसे अत्यंत पुण्यदायी अवसर बताया। कार्यक्रम से पूर्व दोनों माताओं ने आचार्य श्री 108 भारत भूषण जी महाराज ससंघ से विधिवत आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके पश्चात तीर्थंकरों के माता-पिता को भव्य रूप से सुसज्जित बग्गी रूपी रथ पर विराजमान कराया गया। बैंड-बाजों, मंगल ध्वनियों और पुष्पवर्षा के साथ यह रथयात्रा कार्यक्रम स्थल तक पहुंची, जिसमें बड़ी संख्या में जैन समाज के महिला-पुरुष एवं बच्चे शामिल हुए। श्रद्धालुओं ने जयकारों और भक्ति गीतों के साथ माता-पिता का स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान गायक आर्जव जैन द्वारा प्रस्तुत भक्ति गीतों और मंगल गीतों ने पूरे वातावरण को भक्ति और उल्लास से सराबोर कर दिया। उनकी मधुर आवाज और भावपूर्ण प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया। वहीं कार्यक्रम का कुशल और सुव्यवस्थित संचालन श्री अरुण जैन (नंगली वाले) द्वारा किया गया, जिन्होंने पूरे आयोजन को अनुशासन और गरिमा के साथ आगे बढ़ाया। गोद भराई का पावन कार्य दोनों माताओं के मायके एवं ससुराल पक्ष के साथ-साथ जैन समाज की विभिन्न महिला एवं धार्मिक संस्थाओं द्वारा सामूहिक रूप से संपन्न कराया गया। इस अवसर पर श्री दिगम्बर जैन महिला महासमिति इकाई द्वितीय, श्री महिला जैन मिलन मुख्य, श्री जिन दर्शन भक्ति मंडल, महिला जैन मिलन नवज्योति, महिला जैन मिलन महावीर, अखिल भारतीय महिला जैन फेडरेशन, खतौली श्री 1008 चंद्रप्रभ–पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक महोत्सव कार्यकारिणी, श्री पार्श्व भक्ति मंडल, जैन मंडी सहित अनेक संगठनों ने श्रद्धा और भक्ति भाव से सहभागिता की। महिलाओं द्वारा मंगल गीत गाए गए, धार्मिक भजन प्रस्तुत किए गए और पारंपरिक विधि से गोद भराई की रस्म पूरी की गई। पूरे कार्यक्रम के दौरान भक्ति, संस्कार और सामाजिक एकता का अद्भुत संगम देखने को मिला। उपस्थित श्रद्धालुओं ने इसे आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने वाला आयोजन बताया। इस भव्य आयोजन में मनोज जैन बर्तन वाले, अविरल जैन बैंक वाले, मनीष जैन मुखिया जी, उपेंद्र जैन मुखिया जी, निशांत जैन, मनीष जैन रेडियो वाले, ध्रुव जैन, अंशुल जैन दाल वाले, पारस जैन रेडीमेड, अपार जैन, आयुष जैन, पूजा जैन, समायरा, ऋषभ जैन टिकरी वाले, विपिन जैन पिंकू, जैन समाज के कार्यवाहक अध्यक्ष रामकुमार जैन, सिल्लो मुखिया जी, योगेश सर्राफ, प्रमोद जैन बर्तन वाले, मुकेश जैन एडवोकेट, सतेंद्र जैन गंगाधड़ी वाले, पवन जैन रोडवेज वाले सहित सकल जैन समाज के वरिष्ठजन, युवा वर्ग, महिलाएं एवं बच्चे बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समापन पर जैन समाज के पदाधिकारियों ने सभी सहयोगियों, श्रद्धालुओं एवं आयोजकों का आभार व्यक्त करते हुए 15 दिसंबर को आयोजित होने वाले श्री 1008 चंद्रप्रभ भगवान एवं श्री 1008 पार्श्वनाथ भगवान के जन्म कल्याणक महोत्सव को और भी भव्य रूप से मनाने का आह्वान किया। समापन भक्ति, मंगल कामनाओं और समाज की एकता एवं समृद्धि की प्रार्थना के साथ किया गया।

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