
नजीबाबाद : पीएचसी में गंदगी से संक्रमण का खतरा मरीज होते है रेफर, संकरा मार्ग होने से पीएचसी तक नहीं पहुंच पाती हैं एंबुलेंस
नजीबाबाद पीएचसी पर फैली गंदगी से मरीजों को संक्रमण होने का खतरा बना हुआ है। अस्पताल में दो मरीज भर्ती करने की व्यवस्था तो है लेकिन लंबे समय से यहां किसी को भर्ती नहीं किया गया।
रिपोर्टिंग टीम शनिवार को पीएचसी पर पहुंची तो बताया गया कि यहां रोजाना 300 से 350 मरीज दवाई लेने पहुंच रहे हैं। इनमें गंभीर मरीज को रेफर किया जाता है। पीएचसी तक पहुंचने के लिए मार्ग बेहद संकरा होने से एंबुलेंस यहां नहीं पहुंच पाती है। गांव गूढ़ा सराय निवासी शाकिर का कहना है कि अस्पताल से दवाइयां मिलती हैं। गंभीर रोगों के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात नहीं हैं। समस्या होने पर रेफर कर देते हैं।
पीएचसी में प्रसव की सुविधा है। प्रसव के लिए नर्स तैनात है। इसके बावजूद दो बेड के प्रसव केंद्र पर महीने में करीब चार से पांच प्रसव ही हो पाते हैं।
टीबी उपचार और प्रसव केंद्र के पास फैली गंदगी अस्पताल परिसर में एकमात्र सफाई कर्मी होने से इलाज के लिए आने वाले मरीजों को अस्पताल परिसर की गंदगी बीमारी दे रही है। परिसर में स्थित प्रसव और क्षय रोग केंद्र के सामने झाड़ियां और गंदगी की भरमार है। टीबी केंद्र पर औसतन 50 से 60 नए रोगी प्रति माह उपचार के लिए पहुंचते हैं।
पीएचसी पर अप्रैल से सितंबर तक सुबह आठ बजे से दो बजे तक और अक्तूबर से मार्च तक सुबह 10 बजे से अपराह्न चार बजे तक स्वास्थ्य सेवाएं दी जाती हैं। साधारण बीमारी वाले मरीजों का इलाज तो रहा है। वहीं, आपात सेवाओं के लिए मरीजों को सीएचसी रेफर कर रहे हैं।