
लाल दयाल पब्लिक स्कूल में चेयरमैन कर्मवीर सिंह का जन्मदिन हर्षोल्लास से मनाया गया, सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजा आयोजन
खतौली। लाल दयाल पब्लिक स्कूल (एलडीपीएस) परिसर में आज विद्यालय के चेयरमैन श्री कर्मवीर सिंह का जन्मदिन अत्यंत हर्षोल्लास, उल्लास और पारिवारिक वातावरण के बीच मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिसर सांस्कृतिक रंगों में रंगा नजर आया। जूनियर विंग्स के नन्हे-मुन्ने छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी उपस्थित अतिथियों का दिल जीत लिया। कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों द्वारा मधुर गीतों और आकर्षक नृत्य प्रस्तुतियों से हुई, जिनमें बाल सुलभ मासूमियत और उत्साह स्पष्ट रूप से झलक रहा था। इसके पश्चात एक भावपूर्ण केक कटिंग समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों की खुशी देखते ही बन रही थी। छोटे-छोटे विद्यार्थियों ने अपने प्रिय चेयरमैन को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए उनके दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। इस आयोजन में विद्यालय परिवार की सक्रिय और सराहनीय भागीदारी देखने को मिली। प्रधानाचार्या शिल्पी मैम के कुशल नेतृत्व में शिक्षक-शिक्षिकाओं ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नीलम मैम, तारु मैम, धीरज सर, प्रियंका मैम, सुमिता मैम, मोहित सर, पायल मैम और पूनम मैम सहित समस्त शिक्षकगण कार्यक्रम के दौरान बच्चों का उत्साहवर्धन करते नजर आए। नर्सरी से लेकर कक्षा 12 तक के छात्र-छात्राओं में इस अवसर को लेकर विशेष उत्साह देखा गया। इस विशेष अवसर पर चेयरमैन श्री कर्मवीर सिंह के साथ उनकी माता श्रीमती चंद्रलेखा जी की गरिमामयी उपस्थिति ने समारोह को और भी भावनात्मक व यादगार बना दिया। माता-पुत्र के साथ मंच साझा करने का दृश्य उपस्थितजनों के लिए प्रेरणादायक रहा। अपने संबोधन में चेयरमैन श्री कर्मवीर सिंह ने बच्चों की शानदार प्रस्तुतियों की मुक्तकंठ से प्रशंसा की और कहा कि विद्यार्थियों की प्रतिभा ही किसी भी विद्यालय की सबसे बड़ी पहचान होती है। उन्होंने शिक्षकों के समर्पण, मेहनत और अनुशासन की भी सराहना करते हुए कहा कि शिक्षक ही बच्चों के भविष्य के सच्चे निर्माता होते हैं। उन्होंने विद्यालय परिवार का आभार व्यक्त करते हुए सभी को निरंतर आगे बढ़ते रहने का संदेश दिया। कार्यक्रम का समापन उत्साहपूर्ण वातावरण में हुआ। यह आयोजन न केवल चेयरमैन के जन्मदिन का उत्सव था, बल्कि विद्यालय में आपसी स्नेह, संस्कार और सकारात्मक सोच का सुंदर उदाहरण भी प्रस्तुत करता नजर आया।