
रामत्व की राह विद्यालय वार्षिकोत्सव में आदर्शों, मर्यादा और भारतीय मूल्यों का भव्य संगम
'रामत्व की राह विद्यालय वार्षिकोत्सव में आदर्शों, मर्यादा और भारतीय मूल्यों का भव्य संगम
जयपुर। राजधानी जयपुर में चौड़ा रास्ता स्थित माहेश्वरी बालिका विद्यालय का वार्षिकोत्सव 'रामत्व की राह की थीम पर जवाहर नगर के तक्षशिला सभागार में आयोजित हुआ।
कार्यक्रम स्थल को सुंदरतम रूप में सुसज्जित करते हुए रामायण थीम आधारित जीवंत झाँकीया सजाई गई। विद्यालय की छात्राओं ने मधुर बैंड वादन से अतिधियों का स्वागत किया। समारोह में मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट जयपुर (दक्षिण) युगांतर शर्मा विशिष्ट अतिथि समाजसेवी तेजकरण चौधरी रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि ने ECMS द्वारा बालिका शिक्षा के क्षेत्र में किया जा रहे विशिष्ट और उत्कृष्ट कार्यों को प्रशंसनीय बताते हुए छात्राओं को समय के साथ नए आयाम अपनाने, नवाचार को मार्गदर्शक बनाने तथा आत्मविश्वास से भविष्य को सशक्त और उज्ज्वल बनाने हेतु प्रेरित किया। विद्यालय के प्राचार्य पवन माहेश्वरी ने विद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। सभी शैक्षणिक व सह शैक्षणिक गतिविधियों में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर उपलब्धियाँ प्राप्त करने वाली छात्राओं को पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया। आयोजित थीम 'रामत्व की राह
पर 450 छात्राओं ने कार्यक्रम में भागीदारी की जिसका शुभारंभ शिव वंदना से हुआ, तत्पश्चात रामायण से जुड़े विविध प्रसंगों पर आधारित प्रभावशाली नाट्य मंचन हुआ जिनमें श्री राम अहल्या प्रसंग, श्री राम हनुमान मिलन, अशोक वाटिका दृश्य तथा राम रावण युद्ध प्रमुख रहे। नन्हें बच्चों द्वारा प्रस्तुत आकर्षक किड्स डांस, साथ ही कत्थक, भरतनाट्यम और वेस्टर्न डांस ने ऊर्जा, समर्पण और प्रतिना का सुंदर समन्यव प्रस्तुत किया और वातावरण को उत्साह, गरिमा और सांस्कृतिक भव्यता से भर दिया। इस अवसर पर ECMS के अध्यक्ष उमेश सोनी, उपाध्यक्ष निर्मल दरगड़, महासचिव शिक्षा कमल सोमानी, कोषाध्यक्ष अरुण कुमार मालू, महामंत्री समाज सीए रोहित माहेश्वरी (परवाल) मानद् सचिव एडवोकेट द्वारकादास मालु, भवन मंत्री हरिकिशन बाहेती, ECMS के पदाधिकारीगण, सदस्यगण, विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यगण, सोसायटी द्वारा संचालित विद्यालयों के प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य, अभिभावकगण मौजूद रहे।