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देवरी के ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत विभाग की मनमानी, अंदाजे से मीटर रीडिंग — मनचाहा धन वसूली से उपभोक्ता परेशान

देवरी के ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत विभाग की मनमानी, अंदाजे से मीटर रीडिंग — मनचाहा धन वसूली से उपभोक्ता परेशान

देवरी (सागर)।
देवरी विकासखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत विभाग की कथित लापरवाही और भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग के कर्मचारी मीटर रीडिंग लेने में गंभीर अनियमितताएँ कर रहे हैं। कई जगहों पर उपभोक्ताओं के मीटर सही स्थिति में होने के बावजूद अंदाजे से यूनिट दर्ज किए जा रहे हैं, जिसके कारण लोगों को वास्तविक खपत से कई गुना अधिक बिजली बिल प्राप्त हो रहा है।

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि कई घरों में मीटर खराब होने या मीटर बिल्कुल न लगे होने की स्थिति में भी बिना मीटर रीडिंग देखे मनमाना बिल जारी किया जा रहा है। इससे ग्रामीण परिवारों पर अचानक भारी आर्थिक बोझ पड़ रहा है। इसके अलावा कुछ उपभोक्ताओं ने यह भी आरोप लगाया है कि बिल में सुधार या रीडिंग कम–ज्यादा करने के नाम पर विभागीय कर्मचारी उनसे अवैध राशि वसूलने की कोशिश करते हैं। इस तरह की मांगों से आम ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है।

ग्रामीणों का कहना है कि वे समय पर बिल भरने के बावजूद विभाग की मनमानी के कारण परेशान हो रहे हैं। कई उपभोक्ताओं ने पिछले महीनों में अत्यधिक बिल आने की शिकायतें उठाई, लेकिन विभाग द्वारा न तो समाधान मिला और न ही अनियमित रीडिंग पर कार्रवाई हुई। शिकायत करने पर भी संबंधित अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे, जिससे लोगों का विश्वास टूट रहा है।

स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन एवं उच्च विद्युत अधिकारियों से मांग की है कि देवरी और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में मीटर रीडिंग प्रक्रिया की तत्काल जांच कराई जाए। साथ ही अंदाजे से भरे गए बिलों का पुनः परीक्षण कर सही और पारदर्शी बिल उपलब्ध कराए जाएँ। ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार में शामिल कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई की भी मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों और उपभोक्ताओं को न्याय मिल सके।

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