
कोरबा में जिंदा तालाब को राखड़ से पाटने का मामला सामने आया*
कोरबा में जिंदा तालाब को राखड़ से पाटने का मामला सामने आया
Writing by : Anujkumar sahu
कोरबा जिले के नोनबिर्रा में स्थित एक जिंदा तालाब को राखड़ से पाटने का मामला सामने आया है। इस तालाब को गड्ढे की आड़ में राखड़ से पाटा जा रहा है, जिससे तालाब का अस्तित्व खत्म होने का खतरा है।
*पंचायत प्रतिनिधियों और सचिव पर आरोप*
इस मामले में पंचायत प्रतिनिधियों और सचिव पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने तालाब को पाटने की अनुमति दी है। सितंबर 2025 में जारी एक पंचायत प्रस्ताव के अनुसार बैगा डोंगरी के की जमीन खसरा नंबर 359/1 को ज्यादा ऊबड़-खाबड़ होना और गड्ढे होने से अनुपयोगी बताकर इसमें राख पटाई करने और फिर मिट्टी फीलिंग करने का प्रस्ताव सरपंच यशोदा बाई की अध्यक्षता में पारित किया गया था।
*5 लाख रुपए से गहरीकरण कराया गया था*
जिस तालाब को गड्ढे की आड़ में राखड़ से पाटने का काम हो रहा है, उसके लिए वर्ष 2018 में जनपद पंचायत विकास निधि से 5 लाख रुपये जारी किए गए थे। डोंगरी डबरी के नाम से इस तालाब की पहचान है। वर्ष 2018-19 में सरपंच-सचिव के प्रस्ताव अनुसार इस तालाब को गहरीकरण करने के लिए 5 लाख रुपये की स्वीकृति तत्कालीन जनपद सीईओ के द्वारा जारी की गई थी।
*क्या होगा कार्रवाई?*
सवाल है कि क्या इसके गुनहगारों पर कानून का शिकंजा कसेगा? जल स्रोतों को नष्ट करने वालों के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई होगी या फिर कोरबा जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम बरीडीह में जिस तरह से 13 लाख के मनरेगा निर्मित तालाब को रसूखदारों ने दफन कर दिया और उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिला पंचायत में फाइल दबा दी गई, ऐसा कुछ इस डोंगरी तालाब के साथ भी होगा?