
किसान का धान खलिहान में ,पैक्स के पास अब तक पैसा नही,क्या होगा किसानों का ?
पिरथु पैक्स में प्रबंधक का चुनाव क्यो हुया विवादित ?
किसान का धान खलिहान में ,पैक्स के पास अब तक पैसा नही,क्या होगा किसानों का ?
नन्द कुमार सिंह/ब्यूरो चीफ, राष्ट्रीय प्रसार
मदनपुर /औरंगाबाद ---पिरथु पैक्स प्राथमिक कृषि साख सहयोग समिति लिमिटेड के द्वारा एक सूचना निकाला गया था कि 08/12/2025 को पूर्वाह्न 11,00 बजे प्रबंधक का चुनाव पैक्स कार्यालय परसा गोदाम पर होना है जिसके सूचनार्थ ,शाखा प्रबन्धक, जिला केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड शाखा मदनपुर एवं प्रबंधक निदेशक,जिला सहकारी बैंक लिमिटेड औरंगाबाद को भी सूचनार्थ प्रेसित किया गया था परन्तु पिरथु पैक्स 12 बजे तक खोला ही नही गया जो चुनाव पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया ?
समझने योग्य बात यह है कि पत्रकार को सूत्रों के हवाले से सूचना मिला की पिरथु पैक्स में अब तक जितने कार्यकारिणी सदस्यों को बनाया गया इसकी सूचना किसी को नही दिया गया यह अध्यक्ष के परिजन और उनके निजी लोग तक ही सिमट कर रह गया आज भी शायद यही होगा इसलिए कि किसी भी कार्यकारिणी मेम्बर को अब तक नही बताया गया है ,पत्रकार आज 11.30 मिनट पर पिरथु पैक्स गोदाम पहुंचा जहां गोदाम में ताला लगा पाया ,पूरी हालात को समझने के लिए12.30 बजे तक वहाँ रुका परन्तु ताला नही खुला हाँ यह जरूर हुए की अगल बगल के लोग वहां घूमते नजर आएं जिसमे कुछ कार्यकारिणी के मेम्बर भी थे ,पत्रकार द्वारा उनलोगों से इस विषय में पूछा गया जिसे जानकर आप भी आश्चर्य चकित रह जायेंगे ---कार्यकारिणी मेंबर उमेश सिंह, अवधेश यादव एवं प्रेमशीला देवी ने बताया कि चुनाव की सूचना अध्यक्ष द्वारा गोपनीय रखा गया है घर मे बैठकर चुनाव हो जाता है जिसकी सूचना किसि को नही दिया जाता है आज भी यही होने वाला था परंतु हमलोग को किसी तरह प्रखंड से गुप्त सूचना मिला और हमलोग यहाँ पहुंच गए जिसके कारण गोदाम बंद करके पैक्स अध्यक्ष यह कहकर चले गए कि आज चुनाव नही होगा , इसके बाद अब तक गोदाम नही खोला गया जिसे आप आंख के सामने देख रहे हैं , वहां अगल बगल के ग्रामीण भी इकठ्ठा हो गए जिसमें ,मडन बीघा ग्राम निवाशी-राजा सिंह,परसा ग्राम निवासी राधेश्याम साव,खजुअतिया ग्राम निवासी -मोहन यादव,परसा ग्राम निवासी-विशुनदेव भुइयां, बशन्त नारायण एवं किशोरी चौहान शामिल हैं ,इन सभी ने मीडिया रिपोर्ट में यही बताया कि यहाँ 20 वर्षो से एक ही परिवार और परिजन के लोग मनमाने ढंग से पैक्स को कागज पर चला रहे है जमीनी हकीकत इससे कोषों दूर है ,इस पैक्स से आम किसानों को कोई फायदा नहीं उठ रहा है
इस बावत प्रेस के द्वारा पैक्स अध्यक्ष गया प्रसाद से पूछताछ किया गया जिसमें उन्होंने बताया कि प्रबंधक का चुनाव श्रेयांस श्रेयांसकर के रूप में कर दिया गया है ,यह पूछने पर की कब किये जबाब मिला कि आपके जाने के बाद,जबकि उसी ग्राम के ग्रामीणों का कहना है कि गोदाम पर हमलोग शाम पांच बजे तक रहे है और गोदाम नही खुला है ,
आप सभी को बताते चले कि पैक्स द्वारा अब तक किसानों का धान नही खरीदा जा रहा है यह सिर्फ एक पैक्स में समस्या नही है बल्कि जिले के कई प्रखंडों में वयाप्त है ,कही कोई और कारण तो कही कोई और कारण परन्तु समस्या सभी पैक्सों में है जिस कारण किसानों में घोर निराशा वयाप्त है ,इस बावत भी पत्रकार द्वारा कई अध्यक्षो से पूछताछ किया गया जिनके द्वारा बताया गया कि सरकार द्वारा अब तक पुराना पेमेंट नही दिया गया है जिस कारण धान का खरीद अभी नही हो पायेगा , अब सवाल यह है कि किसान का धान खलिहान में पड़ा हुआ है इसके संबंधित पदाधिकारी और किसानों के हित चाहने वाली सरकार क्या कर रही है ?