
चेन्नई में मुनि द्वय का ऐतिहासिक प्रवास, पूर्व राज्यपाल से लेकर प्रशासनिक व राजनीतिक जगत ने किए दर्शन
चेन्नई (दलपतसिंह भायल)
युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री रश्मि कुमार जी एवं मुनि श्री प्रियांशु कुमार जी का चेन्नई में हुआ अल्पकालीन प्रवास आध्यात्म, सेवा, नैतिकता और समाज निर्माण के विविध आयामों का जीवंत संदेश देकर गया।
प्रवास के दौरान सबसे महत्वपूर्ण क्षण तब बना, जब पूर्व राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सौंदरराजन के विशेष आग्रह पर मुनि द्वय उनके चेन्नई स्थित आवास पहुंचे। वहाँ डॉ. सौंदरराजन, उनके परिवारजन तथा बड़ी संख्या में उपस्थित बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पारंपरिक रीति से मुनि श्री का स्वागत किया।
भाव-विभोर पूर्व राज्यपाल ने कहा— “मुनि श्री का मेरे निवास पर आगमन मेरे जीवन का सौभाग्य और आध्यात्मिक संपदा है।”
मुनि द्वय ने उनके साथ नैतिकता, संयम, करुणा और जनसेवा जैसे मूल्यों पर सारगर्भित संवाद किया।
युवा प्रशासनिक अधिकारी भी हुए प्रभावित
ट्रीप्लीकेन तेरापंथ भवन में चेन्नई के युवा IAS अधिकारी ऋषभ जैन ने भी पहुंचकर मुनि द्वय के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि तेज़ होती जीवनशैली के बीच आंतरिक शांति, मानवीय मूल्य और संयम ही जीवन को दिशा देते हैं, और मुनि श्री का उपदेश उनके लिए अत्यंत प्रेरणादायी रहा।
राजनीतिक जगत भी हुआ अभिभूत
मनली स्थित मरुधर केसरी भवन में बीजेपी स्टेट सेक्रेटरी के. वेंकटेशन ने भी मुनि श्री से दर्शन लाभ लिया। उन्होंने राज्य में नैतिक जागरण, नशा मुक्ति और सामाजिक सद्भाव जैसे विषयों पर मुनि द्वय से विशेष चर्चा की।
विशेष आगंतुकों ने भी पाए दर्शन
दिल्ली से आए हर्षित जैन ने भी विशेष रूप से पहुंचकर मुनि द्वय से आध्यात्मिक आशीर्वाद प्राप्त किया।
आध्यात्मिक मिलन से समृद्ध हुआ प्रवास
इस दौरान मुनि श्री दीप कुमार जी ठाणा-2 तथा साध्वी श्री उदितयशा जी ठाणा-4 के साथ भी मुनि द्वय का विशिष्ट आध्यात्मिक मिलन हुआ, जिसने प्रवास को और भी पवित्रता एवं गहन आध्यात्मिकता से भर दिया।
चेन्नई का यह प्रवास न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि सामाजिक जागरण और नैतिक मूल्यों के प्रसार का प्रभावशाली अध्याय भी बन गया।