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CHAOS IN INDIAN AIRPORT

यह यात्रियों के लिए क्या मायने रखता है (विशेष रूप से भारत में, जैसे आप अहमदाबाद में)

अभी के लिए: भारत में प्रभावित कई विमानों में आवश्यक सुधार (फिक्स) पहले ही कर दिए गए हैं — इसलिए उड़ान नियंत्रण से जुड़े जोखिम जल्द ही कम हो जाने चाहिए।

हालाँकि — क्रू-रोस्टर में अव्यवस्था, बैकलॉग और सर्दियों की यात्रा-मांग की वजह से आपको अभी भी फ्लाइट कैंसिलेशन या देरी का सामना करना पड़ सकता है, खासकर उन एयरलाइनों में जो A320 जेट्स पर अधिक निर्भर हैं, जैसे इंडिगो।

यात्रा से पहले फ्लाइट स्टेटस बार-बार चेक करना, यात्रा योजना में थोड़ा अतिरिक्त समय रखना, और आख़िरी पल के बदलावों के लिए तैयार रहना समझदारी होगी।

सुरक्षा के दृष्टिकोण से — ये सभी सावधानियाँ (सॉफ्टवेयर/हार्डवेयर अपडेट) दिखाती हैं कि नियामक और निर्माता समस्या को गंभीरता से ले रहे हैं — इसलिए हवाई यात्रा की सुरक्षा अभी भी सर्वोच्च प्राथमिकता है।

हाल की फ्लाइट रद्दीकरण / बाधाओं का असली कारण क्या था — कई मिश्रित कारक

सब कुछ एक साथ मिलाकर देखें:

इंडिगो की कुछ उड़ानें इसलिए रद्द हुईं या देर से चलीं क्योंकि कड़े रेस्ट-ऑवर नियमों के कारण क्रू-रोस्टर और क्रू उपलब्धता में समस्या पैदा हुई।
अन्य बाधाएँ A320 परिवार के विमानों में वैश्विक स्तर पर सामने आई सॉफ़्टवेयर कमजोरी से उत्पन्न हुईं, जिसके कारण कई विमानों को तुरंत ग्राउंड करना या आपात रखरखाव करना पड़ा।
क्योंकि इंडिगो बड़े पैमाने पर A320-जेट्स पर निर्भर है, और क्योंकि क्रू से जुड़ी समस्याएँ और विमान-साइड तकनीकी समस्याएँ लगभग एक ही समय पर हुईं, एयरलाइन का सामान्य शेड्यूलिंग बफ़र टूट गया — जिसके परिणामस्वरूप उसके नेटवर्क के बड़े हिस्से में लगातार रद्दीकरण और देरी की श्रृंखला शुरू हो गई। इन समस्याओं का ओवरलैप प्रभाव को और बढ़ा गया।

संक्षेप में — यह किसी एक “मुख्य कारण” की वजह से नहीं हुआ। मौजूदा व्यवधान कई कारणों के संयुक्त असर का परिणाम है:

नियामक बदलाव (क्रू रेस्ट नियम),

तकनीकी खामियाँ (सॉफ़्टवेयर गड़बड़ी),

और संभवतः एयरलाइन की योजना संबंधी कमियाँ (पर्याप्त बफ़र / अतिरिक्त विमान या क्रू का अभाव)।

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