
नाम बदल गए हालत नहीं बदले
अयोध्या जिला अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भारी कमी से मरीज परेशान
अयोध्या।
जिला अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी अब भी गंभीर समस्या बनी हुई है। 10 अक्टूबर को उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के निरीक्षण में यह मुद्दा प्रमुखता से उठा था, लेकिन इसके बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हो सका है।
अस्पताल में फिज़ीशियन के तीन में से केवल एक डॉ. प्रशांत द्विवेदी ही नियमित सेवाएं दे रहे हैं। पुनर्नियोजन पर तैनात डॉ. नानकसरन भी बढ़ते मरीजों का दबाव कम नहीं कर पा रहे। चेस्ट फिज़ीशियन के दोनों पद रिक्त हैं, जबकि कार्डियोलॉजिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट और ENT सर्जन की भी कोई नियुक्ति नहीं है।
स्वीकृत पदों के मुकाबले लगभग आधे डॉक्टरों के सहारे पूरी व्यवस्था चल रही है। विशेषज्ञों की कमी के कारण सीएचसी–पीएचसी से रेफर होकर आने वाले मरीजों को अक्सर मेडिकल कॉलेज जाना पड़ता है।
इमरजेंसी में एक मात्र EMO ड्यूटी पर रहता है, जिसे इलाज के साथ मेडिको–लीगल केस भी संभालने पड़ते हैं। रात के समय मरीजों की संख्या बढ़ने से अव्यवस्था की स्थिति बन जाती है।
3 अक्टूबर को नार्वे की टीम ने भी इमरजेंसी सिस्टम को कमजोर बताते हुए EMO की संख्या बढ़ाने की सिफारिश की थी।
अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि “विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती के लिए विभाग को लगातार पत्र भेजे जा रहे हैं।”