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किसान क्रेडिट कार्ड के नाम पर दबाव, वसूली और धमकी -निचलौल मे किसानों की बढ़ती परेशानी



किसान क्रेडिट कार्ड के नाम पर दबाव, वसूली और धमकी — निचलौल में किसानों की बढ़ती परेशानी

निचलौल (महराजगंज)।
किसानों की आर्थिक रीढ़ माने जाने वाले किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) को राहत का साधन बनाया गया था, लेकिन निचलौल क्षेत्र में यह अब किसानों के लिए परेशानी और मानसिक तनाव का कारण बनता जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक से जुड़े कुछ कर्मचारी और उनके दलाल किसानों पर जबरदस्ती लोन वसूली का दबाव बना रहे हैं।

किसानों का कहना है कि उन्हें लगातार डराया और धमकाया जा रहा है। कई मामलों में दलालों के माध्यम से घर तक पहुंच कर मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। इससे किसान बेहद परेशान हैं और कुछ लोग तो आत्महत्या जैसे खतरनाक कदम उठाने को मजबूर हो रहे हैं, जो अत्यंत चिंता का विषय है।

ग्रामीणों का साफ कहना है कि जब आमदनी नहीं है, फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा और मौसम की मार झेलनी पड़ रही है, तो ऐसे में किसान पैसा कहां से लाकर जमा करें? गरीब और छोटे किसानों के लिए यह स्थिति किसी संकट से कम नहीं है।

स्थानीय लोगों ने सरकार से मांग की है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए और बैंक वसूली प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाई जाए। साथ ही जिन अधिकारियों या दलालों द्वारा किसानों को धमकाया जा रहा है, उन पर सख्त कार्रवाई की जाए।

किसानों का यह भी कहना है कि सरकार को चाहिए कि किसानों के लिए लोन चुकाने की अवधि बढ़ाई जाए, ब्याज में छूट दी जाए और वसूली प्रक्रिया को मानवीय बनाया जाए, ताकि कोई भी किसान अपनी जान देने जैसा कदम न उठाए।

अब देखना यह है कि सरकार और प्रशासन इस गंभीर स्थिति पर कब और क्या ठोस कदम उठाते हैं। अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो यह मसला और भी भयावह रूप ले सकता है।

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