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सिंगरौली में भव्य गीता महोत्सव: 1100 लोगों ने किया सामूहिक गीता पाठ...

सिंगरौली में भव्य गीता महोत्सव: 1100 लोगों ने किया सामूहिक गीता पाठ...

अटल सामुदायिक भवन में जिला स्तरीय गीता महोत्सव हुआ आयोजित..

1100  गीता पाठिय ने एक साथ श्रीमद्भगवद्गीता के 15वें अध्याय का सस्वर पाठ...

सिंगरौली  अंतराष्ट्रीय गीता महोत्सव के जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन अटल सामुदायिक भवन बिलौजी में नगर निगम अध्यक्ष  देवेश पाण्डेय, प्राधिकरण अध्यक्ष  दिलीप शाह, कलेक्टर  गौरव बैनल, भाजपा जिलाध्यक्ष सुन्दर लाल शाह,जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जगदीश गोमे के द्वारा पूरी गरिमा एवं विधिवत मंत्रोउच्चार के साथ किया गया। इसके साथ जिला के सभी विकास खण्डो में भी समारोह आयोजित कर गीता के 15 अध्याय का सस्वर वाचन सामूहिक रूप से किया गया।जिला स्तरीय मुख्य समारोह में 1100 गीता पाठियो द्वारा सामूहिक रूप से गीता का पाठ किया गया। जिसमें लीलाधर भगवान श्री कृष्ण लीलाओ का वर्णन उनके बल्यकाल की लीलाओ सहित अर्जुन को दिए गए गीता ज्ञान का वर्णन भी शामिल है।
गीता महोत्सव के शुभ अवसर पर नगर निगम अध्यक्ष ने कहा कि भगवत गीता में जीवन का सार है। इससे बढ़कर कोई ग्रंथ नहीं है। भगवत गीता हमें जीवन में कठिन समय में भी अपने कर्तव्य को निरंतर करते रहना सिखाती है। भगवत गीता में भगवान श्री कृष्ण के द्वारा दिये गये उपदेश हमारे जीवन का र्माग दर्शन करते हैं। कई समस्याओं का हल हमें भगवत गीता में मिल जाता है। भगवत गीता का पाठ हम सभी को नियमित रूप से करना चाहिए। भगवद गीता हमें ईश्वर का स्मरण करते हुए अपने कर्मों को करते रखना सिखाती है।
वही सिंगरौली विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री दिलीप शाह ने गीता की विशेषताओ को बताते हुयें कहा कि  पवित्र गीता एक ऐसा ग्रंथ है, जिसमें भक्ति योग, ज्ञान योग और कर्म योग के साथ संपूर्ण जीवन का सार समाहित है। उन्होने कहा कि भगवान श्री कृष्ण के गुरु महर्षि सांदीपनि ने उनके गुणों को पहचाना तथा अपना सम्पूर्ण ज्ञान उन्हें दिया। भगवान श्रीकृष्ण इसके पश्चात ही जगत गुरू बने। कर्मयोग का ज्ञान देते हुए उन्होंने सम्पूर्ण विश्व में धर्म की स्थापना की और जन-तंत्र के सबसे बड़े नायक बनें। कुरुक्षेत्र के युद्ध में श्रीकृष्ण की सेना को कौरवों की तरफ से युद्ध करना पड़ा था। युद्ध स्थल में विपरीत परिस्थितियों में भी डटकर संकट का सामना करने का संदेश हम सभी को श्रीकृष्ण ने दिया। श्रीकृष्ण ने सदैव हमें अन्याय के विरुद्ध लड़ना सिखाया है। भगवद्गीता में जीवन का सार है। इससे बढ़कर कोई ग्रंथ नहीं है।समारोह के दौरान जन नायक भगवान श्री कृष्ण के लीलाओ को वर्णन प्रदर्शनी के माध्यम से किया गया। इस अवसर पर पार्षद राम नरेश शाह, नगर निगम आयुक्त सविता प्रधान, अतिरिक्त सईओ जिला पंचायत अरविंद डामोर, जिला शिक्षा अधिकारी एसबी सिंह, डीपीसी आर.एल शुक्ला, प्राचार्य एमयू सिद्दीकी , सहित विद्यालयो छात्र छात्राए उपस्थित रही।

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