
खेत में मिला दलित ग्रामीण का शव, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
• ना जान सुरक्षित, ना माल सुरक्षित — थाना खमरिया क्षेत्र की कानून व्यवस्था सवालों में
लखीमपुर , खीरी। थाना खमरिया के अंतर्गत जसवंतनगर मोहम्मदापुर रोड पर सोमवार सुबह दलित ग्रामीण मुन्ना भार्गव (उम्र लगभग 50 वर्ष), निवासी डलईपुरवा का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। शव गन्ने की पत्तियों से ढका था और शरीर पर कई जगह चोटों के निशान स्पष्ट दिखे। मृतक बुधवार शाम से लापता था। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार मृतक की पत्नी मुन्नी देवी, निवासी डलईपुरवा ग्राम पंचायत महरिया, ने बताया कि 26 नवंबर (बुधवार) शाम मुन्नालाल बाजार से लौटकर दुआरे पर कोइरा ताप रहा था। वह सामान रखने थोड़ी देर के लिए घर के अंदर गईं और बाहर आईं तो पति गायब था। देर रात तक तलाश की गई और अगले दिन बृहस्पतिवार को रिश्तेदारियों में भी पूछताछ हुई, लेकिन कोई पता नहीं चला। शुक्रवार, 28 नवंबर की सुबह खमरिया थाने में गुमशुदगी की तहरीर दी गई, इसके बाद भी कोई जानकारी नहीं मिली।
आज 1 दिसंबर (सोमवार) सुबह जसवंतनगर–मोहम्मदापुर मार्ग पर बांके लाल यादव के गन्ने के खेत में शव बरामद हुआ।
मृतक के बेटे रानू सहित ग्रामीणों ने दावा किया कि जिस स्थान पर शव मिला, उसे परिवार और गांव के लोगों ने एक दिन पहले बारीकी से खंगाला था, तब वहां कुछ नहीं था। उनका कहना है कि शव को रात में लाकर डाला गया है। खेत में लगी लाही की फसल के बीच से घसीटकर लाने के निशान भी मिले हैं।
ग्रामीणों और परिजनों के अनुसार शव के दांत टूटे थे और मुंह फैला हुआ था। शरीर पर कई जगह चोटें थीं। परिजनों का कहना है कि संभवतः मुंह में कुछ ठूंसकर हत्या की गई होगी। उनका आरोप है कि हत्या कहीं और की गई और शव को रात में गन्ने के खेत में छिपाया गया।
सूचना पर खमरिया पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि तहरीर और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।