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बद्रीनाथ धाम की सुरक्षा का जिम्मा आईटीबीपी को

श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 25 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होने के पश्चात अब बद्रीनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था को और चाक चौबंद के साथ मजबूत कर दिया गया है.वहीं इस वर्ष भी बद्रीनाथ मंदिर की पूरी सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की 23वीं बटालियन के हिम वीर जवानों और अधिकारियों को सौंपी गई है. देहरादून स्थित इस बटालियन के हिम वीर जवानों की एक विशेष प्लाटून को पूरे बदरीनाथ मंदिर परिसर में तैनात किया गया है। बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व वर्ष में मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा PAC के पास था अब आईटीबीपी की 23 वीं वाहिनी बद्रीनाथ धाम की सुरक्षा की इस जिम्मेदारी का निर्वाहन बखूबी कर रही है।

चमोली के एसपी सुरजीत सिंह पवार ने जानकारी देते हुए बताया कि बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु विधि-विधान के साथ बंद हो चुके हैं तथा धाम की डोलियां शीतकालीन पूजा-अर्चना के लिए पांडुकेश्वर एवं ज्योतिर्मठ में स्थापित कर दी गई हैं.कपाट बंद होने के बाद धाम क्षेत्र में स्थित होटल/धर्मशालाओं के कर्मचारी एवं स्थानीय लोग धीरे-धीरे वापसी कर रहे हैं। इस दौरान थाना बद्रीनाथ कुछ दिनों तक पूर्व की भांति नियमित रूप से कार्यरत रहेगा, ताकि लौटने वाले यात्रियों, कर्मचारियों एवं स्थानीय निवासियों को पुलिस सहायता उपलब्ध कराई जा सके. निर्धारित समय के उपरांत शीतकालीन व्यवस्था के तहत थाना बद्रीनाथ को औपचारिक रूप से चौकी हनुमानचट्टी में स्थानांतरित किया जाएगा.कहा कि धाम क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाए रखने के लिए बद्रीनाथ मंदिर परिसर एवं महत्वपूर्ण स्थानों पर उच्च गुणवत्ता वाले CCTV कैमरे स्थापित किए गए हैं, जिनकी निगरानी पुलिस द्वारा निरंतर की जा रही है.बताया कि इसके अतिरिक्त आईटीबीपी की एक प्लाटून मंदिर सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात की गई है, जिसका चार्ज 25 नवंबर को पीएसी से विधिवत रूप से हस्तांतरित किया गया.कहा कि जब तक थाना बद्रीनाथ सक्रिय है, वहीं से पूरे क्षेत्र की सुरक्षा व देख रेख की जाएगी। व उसके बाद की जिम्मेदारी चौकी हनुमानचट्टी व कोतवाली गोविन्दघाट द्वारा संयुक्त रूप से संभाली जाएगी,ताकि शीतकाल में भी धाम की सुरक्षा व्यवस्था निरंतर प्रभावी रूप से जारी

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