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*दुबई में लहराया भारतीय ज्योतिष का परचम,अंतर्राष्ट्रीय एस्ट्रो सेमिनार बना इतिहास*

मनोज शर्मा, चंडीगढ़। दुबई की धरती पर 20 नवंबर 2025 को भारतीय ज्योतिष की अद्भुत शक्ति और गौरव का ऐसा संगम देखने को मिला, जिसने वैश्विक मंच पर भारत की प्रतिष्ठा को नए शिखर पर पहुंचा दिया। ध्रुव प्रोडक्शन एवं ध्रुव तारा एस्ट्रो फाउंडेशन द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय एस्ट्रो सेमिनार अपने भव्य आयोजन,विद्वानों की उपस्थिति और विचारों की गूंज से ऐतिहासिक बन गया।
इस प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में देश के चुनिंदा 25 शीर्ष ज्योतिषाचार्यों ने भाग लेकर ज्योतिष के वैज्ञानिक पहलुओं,भविष्य वक्तव्य की आधुनिक तकनीकों और मानव जीवन की समस्याओं के सटीक समाधान पर अपने विचार रखे। मंच पर विद्वानों की ऐसी अनूठी संगति बहुत कम देखने को मिलती है।
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में लेंका नागेश्वर राउ,मोनिका महेंद्रू,अजेय शर्मा,रोहित बालाजी,दीपक भट्ट, रश्मि शर्मा,सुदेश यादव और रिया सचदेवा की उपस्थिति ने सम्मेलन की गरिमा को और ऊंचा किया। सभी विशेष अतिथियों ने भारतीय ज्योतिष की शक्ति, उसकी विश्वसनीयता और बढ़ती वैश्विक स्वीकार्यता पर जोर दिया।
सम्मेलन में प्रतिभागियों को सम्मानित करते हुए सर्वश्रेष्ठ ज्योतिष पुरस्कार और गौरव सम्मान  प्रदान किया गया,जिसने कार्यक्रम को और भी प्रतिष्ठित बना दिया।
इस भव्य आयोजन की सूत्रधार अनीता कालिया और बलविंदर कालिया रहे। खास बात यह रही कि अनीता कालिया द्वारा यह उनका सातवां सफल अंतरराष्ट्रीय एस्ट्रो सम्मेलन था। अनीता कालिया ने बड़े आत्मविश्वास के साथ कहा की ज्योतिष केवल भविष्य बताने की विद्या नहीं, बल्कि वह विज्ञान है जो जीवन की दिशा बदलने की क्षमता रखता है। हमारा उद्देश्य भारतीय रत्नों को वैश्विक मंच पर वह ऊंचाई दिलाना है,जिसके वे वास्तविक हकदार हैं।
चंडीगढ़ से रुद्र बालाजी ज्योतिष केंद्र के आचार्य रोहित बालाजी ने अनीता कालिया को विशेष बधाई देते हुए कहा की भारतीय ज्योतिष को अंतरराष्ट्रीय मंच पर सम्मान दिलाने में अनीता कालिया का प्रयास अनुकरणीय है। उनका समर्पण और दूरदर्शिता भारतीय संस्कृति की गौरवगाथा है।
दुबई में आयोजित यह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन न केवल भारतीय ज्योतिष के उत्थान का प्रतीक बना,बल्कि यह संदेश भी दे गया कि भारतीय ज्ञान परंपरा अब विश्व का नेतृत्व करने के लिए तैयार है।

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