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मुजफ्फरपुर में आजीवन नशामुक्ति का संकल्प: जिलाधिकारी ने दिलाई शपथ, अवैध शराब पर जीरो टॉलरेंस की चेतावनी

नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में पूरे जिले भर में जागरूकता, शपथ प्रतिबद्धता और सामाजिक सहभागिता के विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। नशा मुक्ति दिवस का आगाज सुबह में प्रभात फेरी से शुरू हुआ जो समाहरणालय परिसर से प्रारंभ होकर खुदीराम बोस स्टेडियम तक गया। प्रभात फेरी में काफी संख्या में अधिकारी कर्मी, स्कूली बच्चे तथा आम नागरिक आदि की भागीदारी रही।

जिला स्तरीय मुख्य समारोह सिटी पार्क स्थित नगर भवन में संपन्न हुआ, जहां जिलाधिकारी श्री सेन ने उपस्थित अधिकारियों, कर्मियों एवं आम नागरिकों को शराब और अन्य नशे से आजीवन दूर रहने की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति, महिला-पुरुष, स्वयंसेवी संगठन और छात्र उपस्थित रहे।

जिलाधिकारी ने कहा कि नशा समाज, परिवार और आने वाली पीढ़ियों के लिए विनाश का कारण है। शराबबंदी कानून के सफल एवं प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जनसहभागिता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से अपील करते हुए कहा कि “न सिर्फ स्वयं नशा त्यागें, बल्कि समाज को भी नशामुक्त बनाने में सक्रिय योगदान दें। शराब से जुड़ी किसी भी गतिविधि में शामिल न हों और न ही किसी को इसके लिए प्रोत्साहित करें।”

नगर भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पटना में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह का लाइव प्रसारण भी किया गया। बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों ने इसे देखा और नशामुक्ति आंदोलन को राज्यव्यापी स्वरूप में समझने का अवसर प्राप्त किया। लोग इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने और सरकार द्वारा नशा उन्मूलन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों से अवगत हुए।

नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर जिलांतर्गत विद्यालयों में मद्य निषेध पर आधारित निबंध और चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों के माध्यम से सभी विद्यालयों में प्रतियोगिताओं का सफल आयोजन सुनिश्चित किया। स्कूली बच्चों ने “नशा मुक्ति” विषय पर अपनी रचनात्मकता, विचारधारा और जागरूकता दर्शाते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।

बच्चों के चित्रों में शराब से होने वाले नुकसान, परिवार पर प्रभाव, स्वास्थ्य जोखिम और नशामुक्ति का संदेश प्रमुख रूप से दिखाई दिया। प्रतिभावान बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए विद्यालय स्तर पर पुरस्कृत भी किया गया।

जिलाधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन ने सहायक आयुक्त उत्पाद को निर्देश दिया कि शराबबंदी कानून के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिला भर में छापेमारी अभियान को और तेज किया जाय।
उन्होंने कहा कि बिहार में शराब का उत्पादन, बिक्री, सेवन, परिवहन और वितरण पूर्णत: प्रतिबंधित है। इसलिए उत्पाद विभाग और पुलिस विभाग को सक्रिय रहकर शराब के धंधे में संलिप्त कारोबारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी थानों में जब्त शराब का नियमानुसार विनष्टिकरण किया जाए तथा जब्त वाहनों के अधिहरण वादों का शीघ्र निष्पादन सुनिश्चित किया जाए।

जिलाधिकारी के निर्देशानुसार कार्यक्रम में नशा के दुष्प्रभावों पर विस्तृत जानकारी भी दी गई।
नशा चाहे शराब हो, तंबाकू हो, या किसी अन्य प्रकार का – व्यक्ति, परिवार और समाज पर इसके दुष्परिणाम अत्यंत गंभीर होते हैं।

जिलाधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन ने अपने संबोधन में कहा—

“नशा किसी व्यक्ति को नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज को प्रभावित करता है। शराबबंदी कानून केवल दंड का विषय नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन का प्रयास है। जब तक हर नागरिक स्वयं आगे बढ़कर नशा मुक्त समाज बनाने का संकल्प नहीं लेगा, तब तक यह अभियान पूर्ण रूप से सफल नहीं हो सकेगा। हम सभी को मिलकर एक स्वस्थ, सुरक्षित और जागरूक बिहार का निर्माण करना है।”

उन्होंने अधिकारियों को आगाह करते हुए कहा कि शराब से जुड़े अपराधों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। छापेमारी, गिरफ्तारी तथा अवैध कारोबारियों पर निगरानी और कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।

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