logo

Russia Ukraine: युद्ध खत्म करने की तैयारी में ट्रंप! पुतिन-जेलेंस्की से मिलने भेजे दूत; शांति फॉर्मूला

News: रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए डोनाल्ड ट्रंप का 'फाइनल' दांव, पुतिन और जेलेंस्की के पास भेजे अपने खास दूत
​वॉशिंगटन/मॉस्को/कीव: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की दिशा में अब तक का सबसे बड़ा कदम उठाया है। ट्रंप ने घोषणा की है कि उनका 'शांति फॉर्मूला' (Peace Formula) पूरी तरह तैयार है और इसे अंतिम रूप देने के लिए उन्होंने अपने दो सबसे भरोसेमंद दूतों को रूस और यूक्रेन भेजा है।
​इस घटनाक्रम ने वैश्विक राजनीति में हलचल मचा दी है। ट्रंप ने साफ कर दिया है कि वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से तभी मिलेंगे, जब यह डील 'फाइनल' हो जाएगी।
​1. कौन हैं वो दो दूत जो कराएंगे समझौता?
​ट्रंप ने युद्ध रोकने के लिए 'टू-प्रोंग स्ट्रेटेजी' (दोतरफा रणनीति) अपनाई है:
​स्टीव विटकॉफ (Steve Witkoff): ट्रंप के विशेष दूत (Special Envoy) स्टीव विटकॉफ को मॉस्को भेजा गया है। उनका काम व्लादिमीर पुतिन से मिलकर शांति समझौते की शर्तों पर रूस की सहमति लेना है।
​डैन ड्रिस्कॉल (Dan Driscoll): अमेरिकी सेना सचिव (Army Secretary) डैन ड्रिस्कॉल को कीव (यूक्रेन) भेजा गया है। वे यूक्रेनी अधिकारियों और जेलेंस्की के साथ बातचीत कर उन्हें इस फॉर्मूले को स्वीकार करने के लिए मनाएंगे।
​2. ट्रंप का '28-सूत्रीय शांति फॉर्मूला' (The 28-Point Peace Plan)
​सूत्रों के मुताबिक, ट्रंप की मेज पर जो फाइल है, उसमें युद्ध विराम के लिए 28 प्रमुख बिंदु हैं। इस प्लान को 'फाइन-ट्यून' (Fine-tuned) कर दिया गया है। इसकी कुछ संभावित शर्तें मीडिया में लीक हुई हैं, जो यूक्रेन के लिए काफी मुश्किल मानी जा रही हैं:
​क्षेत्रीय समझौता: रिपोर्ट्स का दावा है कि इस प्लान के तहत यूक्रेन को अपने कुछ हिस्से (जैसे क्रीमिया, डोनेट्स्क और लुहांस्क) रूस के नियंत्रण में छोड़ने पड़ सकते हैं या उन्हें 'बफर जोन' माना जाएगा।
​NATO की सदस्यता: यूक्रेन को नाटो (NATO) में शामिल न होने का लिखित वादा करना पड़ सकता है।
​सेना की सीमा: यूक्रेन की सेना की संख्या सीमित की जा सकती है।
​सैनिकों की वापसी: युद्ध को मौजूदा फ्रंटलाइन पर ही फ्रीज (रोक) करने का प्रस्ताव है।
​3. ट्रंप का अल्टीमेटम: "डील फाइनल करो, तभी मिलूंगा"
​डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर स्पष्ट किया है कि वे शांति शिखर सम्मेलन (Peace Summit) के लिए तैयार हैं, लेकिन एक शर्त पर। उन्होंने कहा, "मैं राष्ट्रपति जेलेंस्की और राष्ट्रपति पुतिन से जल्द मिलने के लिए उत्सुक हूं, लेकिन केवल तभी जब युद्ध समाप्त करने की यह डील फाइनल हो जाए या अपने अंतिम चरण में हो।"
​4. रूस और यूक्रेन की प्रतिक्रिया
​रूस: व्लादिमीर पुतिन ने इस प्रस्ताव को बातचीत का "आधार" बताया है, लेकिन वे अपनी शर्तों पर अड़े हैं। मॉस्को में विटकॉफ की मुलाकात यह तय करेगी कि क्या पुतिन ट्रंप के इस 'फ्रीज' प्लान को पूरी तरह मानते हैं।
​यूक्रेन: कीव में माहौल तनावपूर्ण है। राष्ट्रपति जेलेंस्की के लिए यह स्थिति 'कुएं और खाई' जैसी है। हालांकि यूक्रेन ने आधिकारिक तौर पर अपनी संप्रभुता से समझौता न करने की बात कही है, लेकिन अमेरिकी मदद रुकने के डर और ट्रंप के दबाव के चलते वे बातचीत की मेज पर आने को मजबूर दिख रहे हैं।
​निष्कर्ष:
अगले 48 से 72 घंटे रूस-यूक्रेन युद्ध के भविष्य के लिए निर्णायक साबित हो सकते हैं। दुनिया की नजरें अब मॉस्को और कीव में चल रही इन गुप्त बैठकों पर टिकी हैं। क्या ट्रंप का यह 'बिजनेस स्टाइल' कूटनीति यूरोप में शांति ला पाएगा, या इससे विवाद और गहराएगा? यह देखना बाकी है।

1
0 views