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उरई में श्री राम वीथिका का भव्य शुभारंभ, दुर्लभ धरोहरों ने खींचा श्रद्धालुओं का ध्यान

अरुण कुमार हरदैनिया

उरई जालौन मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी के पावन अवसर पर ठडेश्वरी मंदिर, जेल रोड उरई के प्रांगण में श्री राम वीथिका का अत्यंत भव्य और दिव्य शुभारंभ किया गया। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के पाणिग्रहण संस्कार दिवस पर आयोजित इस विशेष कार्यक्रम का उद्घाटन मंदिर के महन्त 1008 महामंडलेश्वर श्री सिद्ध रामदास जी महाराज द्वारा शंखध्वनि के बीच दीप प्रज्वलित कर किया गया।

श्री सिद्ध रामदास जी महाराज ने अपने आशीष वचनों में कहा कि ऐसे आयोजन हमारी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ने वाले होते हैं। इससे नई पीढ़ी को अपने पूर्वजों और आराध्यों के आदर्श चरित्र को समझने और अपनाने का अवसर मिलता है।

अयोध्या राममंदिर का मॉडल और पवित्र ईंटें मुख्य आकर्षण

वीथिका में सबसे विशेष आकर्षण रहा अयोध्या के श्रीराम मंदिर का भव्य मॉडल। इसके साथ ही मंदिर निर्माण में प्रयुक्त पवित्र ईंटें, जिन पर श्रीराम 2021 और श्रीराम 2023 अंकित है, पहली बार यहां प्रदर्शित की गईं।

भारत, नेपाल, इंडोनेशिया और थाईलैंड के दुर्लभ डाक टिकटों का प्रदर्शन

वीथिका में रामायण संस्कृति से जुड़े अनेक देशों द्वारा जारी डाक टिकटों का अनूठा संग्रह प्रदर्शित किया गया।

भारत के वर्ष 2017 में जारी 11 विशेष टिकट,

नेपाल द्वारा लगभग 57 वर्ष पूर्व जारी 15 पैसे वाला श्री सीताराम टिकट,

इंडोनेशिया जैसे इस्लामिक देश द्वारा भगवान श्री राम पर जारी टिकट,

तथा 1962 के चतुर्थ एशियन गेम्स के अवसर पर थाईलैंड द्वारा जारी दुर्लभ टिकट,
इन सभी ने श्रद्धालुओं को रामभक्ति और अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक विरासत का अनुपम संगम देखने का अवसर दिया।


14वीं से 16वीं शताब्दी की ऐतिहासिक मुद्राएँ भी प्रदर्शित

वीथिका में दक्षिण भारतीय रियासतों — मैसूर बोडियार, मदुरई नायक, तंजावुर नायक और शिवगंगा रियासत — की चांदी व ताम्र मुद्राएं भी लगाई गईं, जिन पर
श्रीराम, श्री सीताराम और श्री सीता-राम-लक्ष्मण जी के दुर्लभ चित्र उत्कीर्ण हैं।
थाईलैंड की रामचित्रित मुद्राएं भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनीं।

अति दुर्लभ शंख बने प्रमुख दिव्य आकर्षण

चार अद्भुत और दुर्लभ शंखों की प्रदर्शनी ने कार्यक्रम को और भी चमत्कारी बना दिया।
मलुस्का समुदाय के टर्बिनैला पाइरम परिवार के इन शंखों पर—

धनुषधारी भगवान श्री राम,

सीता-राम-लक्ष्मण त्रय,

दशावतारी श्रीराम,

तथा फूले गाल वाले हनुमान जी का दिव्य स्वरूप
उकेरा हुआ है।


अयोध्या मंदिर के चित्रों वाले मैग्नेट भी प्रदर्शित

फ्रिज मैग्नेट्स की विशेष श्रृंखला में अयोध्या राममंदिर के भव्य स्वरूप दर्शाने वाले आकर्षक चित्र शामिल रहे।

निजी संग्रह से प्रस्तुत की गई पूरी प्रदर्शनी

वीथिका में प्रदर्शित समस्त सामग्री श्रीमती संध्या पुरवार एवं डॉ. हरीमोहन पुरवार के मूल्यवान निजी संग्रह से उपलब्ध कराई गई।

आयोजन में इनका रहा विशेष योगदान

वीथिका संयोजन में राहुल पाटकर, ऊषा सिंह निरंजन, मनोज, विनय, श्रीमती मन्जू रावत, श्रीमती अनीता गुप्ता, नीरज श्रीवास्तव आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।


यह आयोजन संस्कृति, श्रद्धा और विरासत का ऐसा अनोखा संगम रहा जिसने उरई को भक्तिमय बना दिया और श्रीराम भक्तों को दुर्लभ स्मृतियों से रूबरू होने का अवसर प्रदान किया।

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