
नवसृजीत उन्द्रो का खेड़ा ग्राम पंचायत का मुख्यालय धनवाड़ा करने का विरोध, ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन*
*माल का खेड़ा....सोराज सिंह चौहान*
*भीलवाड़ा जिले के उपखंड बिजोलिया में मालका खेड़ा ग्राम पंचायत से अलग कर नवसर्जित उन्द्रो का खेड़ा ग्राम को ग्राम पंचायत बनाकर उसका मुख्यालय धनवाड़ा घोषित किए जाने के बाद से क्षेत्र के आम जन में नाराजगी व रोष्स व्याप्त है। ग्रामीणों ने इस निर्णय को शासन की गाइडलाइन के विपरीत बताते हुए मुख्यमंत्री के नाम बिजोलिया उपखंड अधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर ज्ञापन सौंपा और उन्द्रो का खेड़ा ग्राम को पंचायत मुख्यालय घोषित करने की मांग की।*
*ग्रामीणों का कहना है कि धनवाड़ा ग्राम अरावली की पर्वत श्रेणी में स्थित होकर जंगल में स्थित है और वहां मूलभूत सुविधा भी न के बराबर है। जिससे आमजन को आवाजाही और प्रशासनिक कार्यों में कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। वहीं दूसरी ओर उन्द्रो का खेड़ा ग्राम बिजोलिया शकरगढ़ रोड पर स्थित है। पंचायत मुख्यालय में जो छोटी-मोटी सुविधाओं की आवश्यकता होती है। वह पहले से ही मौजूद है। जिससे ग्रामीणों को छोटी-छोटी समस्या के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। धनवाड़ा गांव में छोटी-छोटी ढाणियों को शामिल करके बड़ा मजरा बता रखा है, जबकि मौके पर मात्र 20 घर ही है। जबकि ग्राम उन्द्रो का खेड़ा में 300 घरों की आबादी है।*
*ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि ऊपर माल रेलवे स्टेशन भी निकट उन्द्रो का खेड़ा में ही है। क्षेत्र के लोगों के लिए परिवहन सुविधा भी उपलब्ध है । पंचायत भवन निर्माण हेतु 5 बीघा भूमि उपलब्ध है। गांव में तीन ईमित्र सेवा केंद्र, एक सीएससी केंद्र, रोजमर्रा की वस्तु की खरीदारी हेतु विस्तृत बाजार, एक राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय, विद्युत ग्रेड ,एक राजकीय माध्यमिक विद्यालय, दो निजी विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में संचालित है। आंगनबाड़ी केंद्र भी संचालित है।*
*ज्ञापन में बताया गया कि धनवाड़ा का राजस्व क्षेत्र छोटी-छोटी ढाणियों को जोड़कर बड़ा मजरा बताया गया है। जबकि मुख्य ग्राम धनवाड़ा में मात्र 20 घरों की बस्ती है और दूसरी तरफ उन्द्रो का खेड़ा ग्राम में लगभग 300 घरों की आबादी वाला क्षेत्र है। इसलिए यह जनसंख्या घनत्व और जनसंख्या की दृष्टि से एवं भौगोलिक दृष्टि से उन्द्रो का खेड़ा सर्वाधिक उत्तम है।*
*ग्रामीणों ने ज्ञापन में कहा कि सभी तथ्यों की अनदेखी कर धनवाड़ा को मुख्यालय घोषित किया गया। जो की लोक भावना के विपरीत है, उन्होंने मुख्यमंत्री से मामले की गंभीरता पर शीघ्र निर्णय लेते हुए उन्द्रो का खेड़ा ग्राम को पंचायत मुख्यालय घोषित करने की मांग की ।ज्ञापन के दौरान कई ग्रामीण मौके पर मौजूद रहे।*