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सरकार को अंतिम चेतावनी — AJAKS की सभा में प्रमोटी IAS का जहरीला बयान, सवर्ण समाज में उबाल!


✍️ डॉ. महेश प्रसाद मिश्रा, भोपाल की कलम से

“ब्राह्मण जब तक अपनी बेटी दान न दे, तब तक आरक्षण मिले” —यह घृणित और जाति-भड़काऊ बयान 24 नवंबर 2025 को भोपाल में आयोजित AJAKS की जनसभा में एक प्रमोटी IAS द्वारा दिया गया।यह बयान न केवल ब्राह्मण समाज का अपमान है, बल्कि IAS जैसे सर्वोच्च प्रशासनिक पद की गरिमा को भी चूर-चूर करता है। जिस पद को बुद्धिमत्ता, संतुलन और नैतिकता का प्रतीक माना जाता है, वहाँ बैठा यह अधिकारी बार-बार विवादित, साम्प्रदायिक और भेदभावपूर्ण टिप्पणियाँ कर समाज में जहर घोल रहा है।
✦ AJAKS की जनसभा में दिया गया बयान — पूरे प्रदेश में आग
24.11.2025 को भोपाल में AJAKS की विशाल जनसभा के मंच से इस प्रमोटी IAS ने खुलेआम ब्राह्मण समाज की बेटियों पर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा—“जब तक ब्राह्मण अपनी बेटी दान न दे, तब तक आरक्षण मिलना चाहिए।”यह न केवल महिलाओं का अपमान है बल्कि एक पूरी जाति के मान-म्मान पर सीधा प्रहार है।ऐसा बयान केवल जातीय वैमनस्य फैलाने की साजिश को दर्शाता है।
✦ घोटालों, फर्जी सिग्नेचर और महिला उत्पीड़न का पुराना आरोपी
यह वही अधिकारी है जिसके खिलाफ—
• फर्जी जज के हस्ताक्षर बनाकर प्रमोशन दस्तावेज तैयार करने,
• महिला उत्पीड़न,
• दुराचार, गाली-गलौज और धमकी के अनेक गंभीर मामले पहले से दर्ज हैं।इसके बावजूद सरकार द्वारा इस पर कड़ी कार्रवाई न होना स्वयं प्रशासन की विफलता का प्रमाण है।
✦ ब्राह्मण एवं सवर्ण समाज की सामूहिक चेतावनी
ब्राह्मण समाज, सामाजिक संगठनों और सवर्ण समुदाय में इस बयान को लेकर अभूतपूर्व आक्रोश है। सभी ने एक स्वर में कहा:
“बेटियों के सम्मान से बड़ा कुछ नहीं—अब यह अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
समाज ने साफ चेतावनी दी है— “यदि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस प्रमोटी IAS को तुरंत बर्खास्त कर FIR दर्ज नहीं करते, तो सवर्ण समाज स्वयं न्याय करेगा।”
“यह IAS अधिकारी मंच से ब्राह्मण समाज की बेटियों पर टिप्पणी करने का दुस्साहस करता है, परंतु समाज यह भी पूछना चाहता है कि उसे किस अधिकार से बेटियों की गरिमा पर बोलने का नैतिक साहस आया? पहले वह स्वयं यह स्पष्ट करे कि उसे महिलाओं के सम्मान और मर्यादा के बारे में क्या ज्ञान है, जबकि उसके खिलाफ महिला उत्पीड़न और दुराचार के गंभीर आरोप पहले से मौजूद हैं।”
✦ सवर्ण आर्मी मध्यप्रदेश की खुली चेतावनी — अब बस!
सवर्ण आर्मी ने कहा: “यदि सरकार ने तत्काल, ठोस और कठोर कार्रवाई न की, तो सवर्ण आर्मी सड़क पर उतरेगी। यह IAS अधिकारी जो सजा पाएगा, उसे पूरा देश देखेगा।”
यह केवल एक बयान नहीं—यह समाज की इज्जत, परंपरा और अस्मिता का प्रश्न है।अब फैसला सरकार को लेना है—या तो अपमान करने वाले अधिकारी पर कार्रवाई,अन्यथा…सवर्ण समाज स्वयं न्याय करेगा — और उसका निर्णय अंतिम होगा।

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