logo

खुद को बढ़ती उम्र के साथ स्वीकारना एक तनावमुक्त जीवन देता है। हर उम्र एक अलग तरह की खूबसूरती लेकर आती है उसका आनंद लीजिये....

खुद को बढ़ती उम्र के साथ स्वीकारना एक तनावमुक्त जीवन देता है। हर उम्र एक अलग तरह की खूबसूरती लेकर आती है उसका आनंद लीजिये....
बाल रंगने है तो रंगिये, वज़न कम रखना है तो रखिये, मनचाहे कपड़े पहनने है तो पहनिए, बच्चों की तरह खिलखिलाइये, अच्छा सोचिये, अच्छा माहौल रखिये, शीशे में दिखते हुए अपने अस्तित्व को स्वीकारिये।
पेट निकल गया तो कोई बात नही उसके लिए शर्माना ज़रूरी नही। हमारा शरीर उम्र के साथ बदलता है। कोई बात नही अगर हमारी नाक मोटी है तो, कोई बात नही हमारी आंखें छोटी हैं तो, कोई बात नही अगर हम गोरे नही हैं, फिर भी कुछ है जो हमे सुंदर बनाता है अपनी उसी सुंदरता को पहचानिए।
ना किसी टूथपेस्ट में नमक होता है ना किसी मे नीम और न किसी क्रीम में केसर होता है। कोई भी क्रीम आपको गोरा नही बनाती, कोई शैम्पू बाल झड़ने नही रोकता, कोई तेल बाल नही उगाता, कोई साबुन आपको बच्चों जैसी स्किन नही देता। ये सब कुदरती होता है। उम्र बढ़ने पर त्वचा से लेकर बॉलों तक मे बदलाव आता है। पुरानी मशीन को चला तो सकते हैं, पर उसे नई नही कर सकते।
सारा इंटरनेट और सोशल मीडिया तरह तरह के उपदेशों से भरा रहता है। अगर पूरे एक दिन सारे उपदेशों को पढ़ने लगें तो पता चलेगा ये ज़िन्दगी बेकार है ना कुछ खाने को बचेगा ना कुछ जीने को। ये सारा ऑर्गेनिक, एलोवेरा, करेला, मेथी, हींग में फंसकर दिमाग का दही हो जाता है।
यह खाओ, वो मत खाओ, ठंडा खाओ, गर्म पीओ, कपाल भाती करो, सवेरे नीम्बू पीओ, रात को दूध पीओ, ज़ोर से सांस लो, लंबी सांस लो,दाहिने से सोइये, बांयें से उठिए, हरी सब्जी खाओ, दाल में प्रोटीन है, दाल से क्रिएटिनिन बढ़ जायेगा आदि आदि...
भोजन का संबंध मन से होता है और मन अच्छे भोजन से ही खुश रहता है। मन को मारकर खुश नही रहा जा सकता।
दूसरों से वाह वाही लूटने के लिए सुंदर दिखने से ज्यादा ज़रूरी है अपनी सुंदरता को महसूस करना। हर बच्चा सुंदर इसलिये दिखता है कि वो बिना बोध भी ध्यान में जीता है। जैसे ही वो ध्यान से चूक जाता हैं, मासूमियत खो देता हैं

स्वस्थ होना तो, ध्यान एक ही औषिधी हैं। सब रोगो की एक ही दवा है। हर चीज़ सही मात्रा में खाइये, हर वो चीज़ थोड़ी थोड़ी जो आपको अच्छी लगती है। थोड़ा बहुत शारीरिक कार्य करते रहिए, टहलने जाइये, हल्की फुल्की कसरत करिये, व्यस्त रहिये, खुश रहिये और शरीर से ज्यादा मन को सुंदर रखिये
लेखक नीलम नीलू ओझा

7
321 views