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वाराणसी। सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज के आशीर्वाद से उमराहा में धार्मिक कार्यक्रम आयोजितवाराणसी, 22 नवंबर 2025 (संवाददाता): बालेश्वर यादव


विहंगम योग के प्रणेता और ब्रह्मविद्या के महान आचार्य महर्षि सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज के प्रति समर्पित दो दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम वाराणसी के उमराहा में 25 और 26 नवंबर को आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन स्वर्वेद महामंदिर परिसर में होगा, जहां हजारों भक्तों के दर्शन और सत्संग का लाभ मिलेगा। विहंगम योग संस्थान के पदाधिकारियों ने बताया कि यह कार्यक्रम महर्षि जी की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम बनेगा।
महर्षि सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज का जन्म विक्रम संवत् 1945 (1888 ई.) में उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में हुआ था। मात्र 17 वर्ष की आयु से उन्होंने हिमालय की कठिन गुफाओं में 17 वर्षों तक कठोर तपस्या की, जिसके फलस्वरूप उन्हें चैतन्य योग समाधि की प्राप्ति हुई। इस अनुभूत ज्ञान को उन्होंने 'स्वर्वेद' नामक ग्रंथ में 3906 दोहों के रूप में अभिव्यक्त किया, जो आत्मा-परमात्मा के मिलन का विज्ञान है। 1924 में उन्होंने विहंगम योग की स्थापना की, जो आज विश्व के 50 से अधिक देशों में फैली हुई है और करोड़ों अनुयायियों को ब्रह्मविद्या का मार्ग दिखा रही है। स्वतंत्रता आंदोलन में भी उनका योगदान उल्लेखनीय रहा।
उमराहा स्थित स्वर्वेद महामंदिर, जो गाजीपुर रोड पर 68,000 वर्गफीट क्षेत्र में 180 फीट ऊंचा सात मंजिला भवन है, महर्षि जी के जीवन और शिक्षाओं को समर्पित है। यहां उनकी 113 फीट ऊंची दिव्य प्रतिमा स्थापित की जा रही है, जो साधना मुद्रा में रचनारत रूप में नजर आएंगी। मंदिर की दीवारों पर वेद-उपनिषदों के चित्रमय श्लोक अंकित होंगे, जबकि 150 झांकियों के माध्यम से भारतीय संस्कृति, योग, आयुर्वेद और ऋषि परंपरा का दर्शन होगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ 25 नवंबर को प्रातःकाल वैदिक मंत्रोच्चारण और स्वर्वेद पाठ से होगा। दोपहर में भजन-कीर्तन और संगीतमय प्रवचनों का आयोजन रहेगा। 26 नवंबर को मुख्य सत्संग में विहंगम योग के आचार्यों द्वारा महर्षि जी की अमृतवाणी पर चर्चा होगी। अंत में विशाल भंडारे का प्रबंध किया गया है, जिसमें प्रसाद वितरण होगा। संस्थान के संयोजक ने अपील की है कि भक्तगण बड़ी संख्या में पधारें और इस आध्यात्मिक यात्रा का लाभ उठाएं।
यह आयोजन न केवल धार्मिक उत्साह बढ़ाएगा, बल्कि विहंगम योग के माध्यम से सुख, शांति और समृद्धि के रहस्यों को समझने का अवसर प्रदान करेगा।

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