
बीएएमएस प्रथम वर्ष की नव आगंतुक छात्राओं के लिए आयोजित पंद्रह दिवसीय ‘आयुर प्रवेशिका’ (इंडक्शन प्रोग्राम) का समापन
खानपुर कलां -21 नवंबर। भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय में बीएएमएस प्रथम वर्ष की छात्राओं के स्वागत एवं परिचय हेतु आयोजित पंद्रह दिवसीय ‘आयुर प्रवेशिका’ इंडक्शन प्रोग्राम का आज सफलतापूर्वक समापन हो गया। समापन सत्र की अध्यक्षता महिला विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुदेश ने की।
कार्यक्रम में नेशनल मेडिसिनल प्लांट बोर्ड, नई दिल्ली के सीईओ प्रो. महेश दाधीच मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। वहीं महिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. शिवालिक यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि प्रो. महेश दाधीच ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आयुर्वेद एक समग्र चिकित्सा पद्धति है, जो केवल रोगों का निदान ही नहीं, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली का मार्ग भी प्रदान करती है। उन्होंने छात्राओं को अपनी पढ़ाई में निरंतरता, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, औषधीय पौधों के महत्व की समझ और शोध भावना विकसित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में आयुर्वेद विश्व पटल पर और अधिक प्रभावशाली भूमिका निभाएगा, और इसमें युवा चिकित्सकों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति प्रो. सुदेश ने कहा कि यह विश्वविद्यालय भगत फूल सिंह जी तथा बहन सुभाषिनी की तपोस्थली है ।उन्होंने छात्राओं को न केवल चिकित्सा ज्ञान अर्जित करने बल्कि मानवता, सेवा और अनुशासन के मूल्यों को आत्मसात करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि इंडक्शन प्रोग्राम का उद्देश्य छात्राओं को संस्थान, पाठ्यक्रम और पेशेवर जीवन की आवश्यकताओं से परिचित कराना है। कुलपति ने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे अपनी क्षमता पर विश्वास रखें और विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान किए जा रहे संसाधनों का अधिकतम उपयोग करते हुए उत्कृष्टता प्राप्त करें।
इस अवसर पर नव आगंतुक छात्राओं के लिए एप्रन सेरेमनी व चरक शपथ भी दिलाई गयी।
कार्यक्रम की रूपरेखा प्राचार्य डॉ ए पी नायक ने रखी तथा स्वागत भाषण आयुर्वेद संकाय के डीन डॉ एस पी गौतम ने दिया।