
2014 से पहले चुनावो के वोट चौरी का सच राजस्थान सीकर जिले के फतेहपुर की एक झलक
महेंन्द्र बालचंद सोनी सवागत गुजरात डिस्ट्रिक्ट ब्यूरो चीफ सीकर राजस्थान
राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर में कांग्रेस की दशकों पुरानी जीत का रहस्य अब संदिग्ध मतदाता सूची के पन्नों में कैद है।
जब हम '000000' जैसे एक जैसे EPIC नंबरों की विसंगतियाँ देखते हैं, तो यह स्पष्ट हो जाता है कि कांग्रेस ने अपनी सत्ता को सच्चे जनादेश के बजाय फ़र्ज़ी वोटों के एक संगठित वोट बैंक के सहारे खड़ा किया है।
यह धोखाधड़ी न केवल हमारे लोकतंत्र के मूल सिद्धांत का उल्लंघन है, बल्कि यह क्षेत्र के सच्चे मतदाताओं के अधिकारों पर डाका है और जब सरकार SIR लाने की बात करती हैं, जिसका एकमात्र उद्देश्य इन फर्जी नामों को हटाकर सूची को शुद्ध करना है, तो कांग्रेस का विरोध अपराध की स्वीकारोक्ति से कम नहीं है।
यह पार्टी जानती है कि SIR लागू होते ही उसका अवैध वोट बैंक बिखर जाएगा, और उसकी 'अभेद्य' जीत का भ्रम टूट जाएगा। फतेहपुर की जनता को समझना होगा कि जो पार्टी चुनावी पारदर्शिता का विरोध करती है, वह कभी विकास नहीं कर सकती; उसकी प्राथमिकता केवल सत्ता पर कब्जा बनाए रखना है, चाहे उसके लिए कोई भी अनैतिक तरीका अपनाना पड़े।