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पूर्व विद्यार्थियों ने चंदा जुटाया, गांव ने साथ निभाया - सैनी साहब की सेवानिवृत्ति पर हुआ भव्य सम्मान समारोह

खबर: दौसा, सिकन्दरा
प्रेस रिपोर्टर: महेन्द्र कुमार सैनी

शिक्षा जगत में सरल स्वभाव, अनुशासन और समर्पण का पर्याय माने जाने वाले जगदीश प्रसाद जी सैनी के सेवानिवृत्ति अवसर पर बुधवार को पूर्व छात्रों व ग्रामवासियों द्वारा भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विशेष बात यह रही कि विद्यार्थियों ने स्वयं चंदा एकत्र कर यह आयोजन कर अपने गुरु के प्रति अपना प्रेम और कृतज्ञता प्रदर्शित किया। आयोजन की तैयारी से लेकर मंच व्यवस्था तक, हर कार्य में युवाओं की सक्रिय भूमिका देखने को मिली, जबकि ग्रामवासियों ने पूरे उत्साह के साथ सहयोग प्रदान किया।

कार्यक्रम की शुरुआत बगीचे वाले बालाजी मन्दिर से हुई इसके बाद पूर्व छात्रों ने मंच से अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि किस प्रकार सैनी साहब ने वर्षों तक शिक्षा को केवल विषयों तक सीमित नहीं रखा, बल्कि विद्यार्थियों में संस्कार, नैतिकता और व्यवहारिक जीवन मूल्य भी जागृत किए। कई छात्रों ने भावुक होते हुए कहा कि आज वे जीवन में जो भी सफलता प्राप्त कर पाए हैं, उसमें सैनी साहब के मार्गदर्शन की अहम भूमिका रही है।

ग्रामवासियों ने बताया कि सैनी न केवल एक आदर्श शिक्षक हैं, बल्कि सामाजिक गतिविधियों में भी अग्रणी रहे। उन्होंने गांव में शिक्षा का महत्त्व बढ़ाने, बच्चों को स्कूल से जोड़ने तथा युवा पीढ़ी को सही दिशा देने में उल्लेखनीय योगदान दिया है। उनकी सौम्य शैली और सरल वाणी ने उन्हें पूरे क्षेत्र में सम्मान की एक अलग पहचान दिलाई।

समारोह के मुख्य आकर्षण के रूप में पूर्व छात्रों और ग्रामवासियों ने मिलकर साफा, और माला पहनाकर सम्मान किया। सम्मान ग्रहण करते हुए सैनी जी भावुक हो उठे और कहा,
“मेरे विद्यार्थियों और गांव के लोगों का यह प्रेम मेरे लिए किसी पुरस्कार से कम नहीं। शिक्षक जीवन भर अपने विद्यार्थियों में ही जीता है, और आज जो सम्मान मुझे मिला है, वह मेरे लिए अविस्मरणीय है।”

इस पूरे आयोजन ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि जब गुरु और शिष्य के बीच आत्मीयता और सम्मान का संबंध हो, तो समर्पण स्वयं ही उत्सव बन जाता है।

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