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चीखती हकीकत:? ग्राम पंचायत मेन्डा के आश्रित गाँव भलुआर की जनता पिछले कई दशकों से 'सड़क' के लिए तरस रही है?​⚠️ प्रशासन की चुप्पी पर गहरा सवाल! ?

78 साल बाद भी 'विकास' का मज़ाक: ग्राम पंचायत मेन्डा का आश्रित गाँव भलुआर, जहाँ '' से नहीं बन पाई आने-जाने की सड़क! ?
शर्मनाक! आजादी को 78 साल पूरे हो गए, लेकिन छत्तीसगढ़ के ग्राम पंचायत मेन्डा के आश्रित गाँव भलुआर की नियति नहीं बदली।?
यह कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि हमारे तथाकथित 'नये भारत' की वो भयानक हकीकत है, जिस पर हर नेता, हर अधिकारी को डूब मरना चाहिए। ?
🚶‍♀️ 78 साल की 'पैदल यात्रा': दशकों से जारी अभिशाप! ?
सोचिए, 78 साल! इन दशकों में देश कहाँ से कहाँ पहुँच गया—चाँद पर पहुँच गया, डिजिटल क्रांति कर ली—लेकिन बलवर गाँव आज भी 'मुख्य धारा' से कटा हुआ है! ?
* सड़क नहीं, बल्कि 'खूनी पगडंडी': गाँव के लोगों के पास आने-जाने के लिए कोई सड़क नहीं, बल्कि एक जर्जर, खतरनाक और जानलेवा पगडंडी है। ?
* बीमारों के लिए 'यमराज का रास्ता': बारिश में क्या हाल होता होगा?
अंदाजा लगाइए! गर्भवती महिला को, किसी गंभीर मरीज को अस्पताल ले जाना हो, तो यह 'सड़क' नहीं, यमराज का रास्ता बन जाती है। ?
क्या इन लोगों को जीने का अधिकार नहीं है?
📢 नेता-मंत्री-विधायक-सरपंच: 'बहरों' का साम्राज्य!
यह समस्या आज की नहीं है। यह भलुआर गाँव की जनता की पीढ़ियों का दर्द है। ?
> "हम थक चुके हैं! हमने हर चुनाव में हाथ जोड़े, पैर पकड़े, भीख माँगी—लेकिन ये नेता पत्थर के हो चुके हैं! इन्हें न हमारा दर्द दिखता है, न हमारी गरीबी।" - एक आक्रोशित ग्रामीण का बयान?
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| जनप्रतिनिधि का पद | गाँव वालों का अनुभव |
|---|---|
| विधायक/मंत्री | बस चुनाव के समय आते हैं, झूठे वादे करते हैं और फिर 5 साल के लिए 'गायब' हो जाते हैं। |?
| सरपंच | स्थानीय स्तर पर सुनते हैं, लेकिन ऊपर जाकर फाइलें दबा दी जाती हैं या बात को हवा में उड़ा दिया जाता है। | ?
| प्रशासन | कागजी घोड़े दौड़ाए जाते हैं, 'जल्द काम होगा' की रटी-रटाई बातें करते हैं, लेकिन ज़मीन पर कुछ नहीं होता। | ?
🔨 यह 'विकास' नहीं, यह घोर अन्याय है! ?
ग्राम पंचायत मेन्डा यह आश्रित गाँव भलुआर78 साल की गुलामी जी रहा है।?
यह सिर्फ सड़क का मामला नहीं है, यह मानवाधिकारों का हनन है! ?
* क्या ये गाँव देश का हिस्सा नहीं है? क्या इन्हें वोट देने का हक है, पर सड़क पाने का नहीं?
* सवाल है: करोड़ों का बजट कहाँ जाता है?
आखिर कब तक बलवर को 'देश' से जुड़ने के लिए इंतजार करना पड़ेगा??
जिला कोरिया
छत्तीसगढ़
खबर/जन-जन की आवाज

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