
"भक्त दर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जयहरीखाल के विद्यार्थियों का शैक्षिक व सांस्कृतिक भ्रमण सफलतापूर्वक सम्पन्न"
संवाददाता : कमल उनियाल
स्थान : जयहरीखाल (पौड़ी गढ़वाल
मुख्यमंत्री विद्यार्थी शैक्षिक दर्शन योजना एवं मेधावी अष्टलक्ष्मी दर्शन योजना के तहत नई दृष्टि और अनुभव प्राप्त किए विद्यार्थियों ने
जयहरीखाल, पौड़ी गढ़वाल:
भक्त दर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जयहरीखाल के विद्यार्थियों ने उत्तराखंड सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री विद्यार्थी शैक्षिक दर्शन योजना एवं मेधावी अष्टलक्ष्मी दर्शन योजना के अंतर्गत देश के विभिन्न शैक्षिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों का अविस्मरणीय भ्रमण किया।
मुख्यमंत्री विद्यार्थी शैक्षिक दर्शन योजना के अंतर्गत वाराणसी की यात्रा
इस योजना के तहत महाविद्यालय की चार छात्राएँ – मनीषा (एम० ए० तृतीय सेमेस्टर), साक्षी (बी० कॉम० पंचम सेमेस्टर), मानसी (बी० कॉम० पंचम सेमेस्टर) और काजल (एम० कॉम० तृतीय सेमेस्टर) का चयन हुआ। सभी छात्राओं ने 3 से 7 नवम्बर 2025 तक वाराणसी स्थित बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बी० एच० यू०) का शैक्षिक भ्रमण किया।
इस दौरान छात्राओं ने बीएचयू के विभिन्न संकायों, पुस्तकालयों का निरीक्षण किया तथा शिक्षकों और विद्यार्थियों के साथ सार्थक संवाद साधा। अध्ययन के साथ-साथ उन्होंने शहर के ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व वाले स्थलों जैसे विंध्यवासिनी मंदिर, भारत कला भवन संग्रहालय, गंगा घाट, मनिकर्णिका घाट, नमो घाट, सारनाथ मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर और मालवीय भवन का भी दर्शन किया।
उल्लेखनीय है कि यह योजना पिछले वर्ष प्रारम्भ हुई थी और तब महाविद्यालय के कुल 5 मेधावी छात्रों ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जे० एन० यू०), नई दिल्ली का भ्रमण किया था।
मेधावी अष्टलक्ष्मी दर्शन योजना के अंतर्गत पूर्वोत्तर भारत का भ्रमण
इसी क्रम में, महाविद्यालय के छात्र नवनीत रावत (बी० एस० सी० पंचम सेमेस्टर) का चयन मेधावी अष्टलक्ष्मी दर्शन योजना के तहत हुआ। यह यात्रा 1 से 14 नवम्बर 2025 तक चली, जिसमें नवनीत ने भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों का भ्रमण किया।
उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के ज़ीरो घाटी, गुवाहाटी उच्च न्यायालय, अरुणाचल विधानसभा भवन, सोपो घाटी और ओजो वेलफेयर सोसाइटी जैसे स्थलों का अवलोकन किया। यह भ्रमण विद्यार्थियों के लिए भारत की विविधता और पूर्वोत्तर संस्कृति को निकट से जानने-समझने का अनूठा अवसर साबित हुआ।
विद्यार्थियों ने साझा किए अनुभव
भ्रमण से लौटकर छात्र-छात्राओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि ऐसी योजनाएँ उनकी शैक्षिक समझ का विस्तार करती हैं तथा उन्हें भारत की समृद्ध संस्कृति, सामाजिक जीवन और विभिन्न शिक्षण संस्थानों के कार्यप्रणाली से रूबरू होने का अवसर मिलता है।
सभी छात्र-छात्राएँ इस शैक्षिक यात्रा से अत्यंत उत्साहित हैं और उन्होंने सरकार तथा महाविद्यालय प्रशासन का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उन्हें यह अवसर प्रदान किया।