
अररिया प्राइमरी स्कूल मामला—छेड़छाड़ के आरोप में नया मोड़, अभिभावक ने लिखित बयान में बताया: “गलतफहमी हुई थी, हेड सर निर्दोष हैं”
अररिया।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय इटहरा के प्रधानाध्यापक पर लगाए गए छेड़छाड़ के आरोप वाले मामले में अब बड़ा ट्विस्ट सामने आया है। जहाँ एक ओर ग्रामीणों एवं अभिभावकों ने स्कूल परिसर में हंगामा किया था और आरोपी हेडमास्टर की पिटाई तक कर दी थी, वहीं दूसरी ओर अब प्रमुख अभिभावक ने पुलिस को लिखित पत्र देकर पूरा आरोप ‘गलतफहमी’ का परिणाम बताया है।
क्या थी पहली घटना?
बीते दिनों विद्यालय के हेडमास्टर (मो० शम्सुल हुडा) पर कुछ छात्राओं से छेड़छाड़ का आरोप लगाकर अभिभावक आक्रोशित हो उठे थे। भीड़ ने मौके पर पुलिस की मौजूदगी में हेडमास्टर के साथ मारपीट की। यह मामला सोशल मीडिया पर वीडियो के साथ तेजी से फैल गया था। ग्रामीणों का दावा था कि पहले भी शिक्षक पर ऐसे आरोप लगे हैं।
अब आया नया मोड़—अभिभावक ने पुलिस को दिया लिखित बयान
हाल ही में सामने आए पत्र में राजीव चौधरी, जो इस मामले में मुख्य अभिभावकों में बताए जा रहे थे, ने थाना अध्यक्ष को लिखकर कहा—
उनकी बेटी को स्कूल से चॉकलेट दी गई थी, जिसे गलत तरीके से गलत समझ लिया गया।
कुछ लोगों द्वारा उकसाए जाने पर मामला बिगड़ गया और भीड़ इकट्ठा हो गई।
बाद में बेटी से पूछताछ करने पर पता चला कि हेडमास्टर ने सिर्फ अच्छा नंबर लाने पर चॉकलेट दी थी, किसी प्रकार की गलत हरकत नहीं हुई।
उन्होंने स्पष्ट लिखा है—“हेड सर से कोई शिकायत नहीं है।”
पत्र के अंत में अन्य ग्रामीणों के हस्ताक्षर भी संलग्न हैं, जिन्होंने इस स्पष्टीकरण का समर्थन किया है।
मामले पर अब क्या?
इस नए लिखित बयान के बाद पूरा मामला उलट गया है। अब
पुलिस जांच का रुख बदल सकता है,
भीड़ द्वारा की गई पिटाई और हंगामे को लेकर भी कार्रवाई संभव है,
वहीं शिक्षा विभाग भी अब स्थिति का पुनर्मूल्यांकन कर सकता है।
ग्रामीणों में गरमाहट, प्रशासन अलर्ट
पहले लगाए गए आरोप गंभीर थे, लेकिन अब अभिभावक के बयान से परिस्थिति बिल्कुल अलग दिखाई दे रही है। स्थानीय स्तर पर इस “गलतफहमी बनाम हकीकत” को लेकर चर्चा तेज है।