संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने किया शेख हसीना को मौत की सजा देने जाने का विरोध।
शेख हसीना इस समय भारत में निर्वासन है और उनके खिलाफ यह फैसला उनकी गैरहाजिरी में सुनाया गया।