
विकास की राह में रोड़ा: खराब सड़कें और टूटता संपर्क…..
1. PMGSY-III (उन्नयन पर केंद्रित)
PMGSY-III का मुख्य उद्देश्य बड़ी ग्रामीण संपर्क सड़कों को मजबूत और अपग्रेड करना है जो ग्रामीण बाज़ारों, स्कूलों और अस्पतालों को जोड़ती हैं।
• लक्ष्य: मौजूदा ग्रामीण सड़कों के 1.25 लाख किलोमीटर को अपग्रेड करना।
• प्रगति: जुलाई 2025 तक, इस चरण के तहत 98,500 किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण/उन्नयन पूरा हो चुका है।
2. PMGSY-IV (नया अनुमोदित चरण)
सरकार ने सितंबर 2024 में PMGSY-IV को मंज़ूरी दी है, जो ग्रामीण सड़क संपर्क को अगले स्तर तक ले जाएगा।
• अवधि: वित्तीय वर्ष 2024-25 से 2028-29।
• उद्देश्य: 25,000 ऐसी बस्तियों को नई कनेक्टिविटी देना जो अभी भी नहीं जुड़ी हैं (विशेषकर छोटे और दुर्गम क्षेत्रों में)।
• सड़क की लंबाई: इसके तहत लगभग 62,500 किलोमीटर की नई ऑल-वेदर सड़कें बनाई जाएंगी।
🌳 अन्य महत्वपूर्ण पहलें
• हर मौसम में चलने वाली सड़कें (All-weather roads): योजना का मुख्य जोर यही सुनिश्चित करना है कि सड़कें पूरे वर्ष, यहाँ तक कि बरसात में भी, चलने लायक रहें।
• नई और हरित तकनीक: PMGSY में प्लास्टिक कचरे, कोल्ड मिक्स टेक्नोलॉजी जैसी नई और पर्यावरण-अनुकूल तकनीकों का उपयोग करके 1.24 लाख किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण किया गया है, जो सड़कों को टिकाऊ बनाता है।
संक्षेप में, PMGSY अपने प्रारंभिक लक्ष्य को लगभग पूरा कर चुका है और अब इसका मुख्य ध्यान मौजूदा ग्रामीण सड़कों को अपग्रेड करने और छोटे, दुर्गम क्षेत्रों को जोड़ने पर है ताकि बाज़ार, स्वास्थ्य और शिक्षा तक पहुँच आसान हो सके।